Falahari samosa: व्रत में कभी नहीं खाई होगी इतनी तीखी चटपटी और सबसे आसान रेसिपी। जब व्रत के दौरान कुछ कुरकुरा खाने का मन करता है तब हम सोचते रहते है की क्या खाये और क्या बनाये और नाही कुछ हम कुछ समझ पाते है की व्रत में ऐसा क्या कुरकुरा बनाये जिससे खा कर कुछ ऐसा लगे की बस यही खाना है जिसे बच्चे भी बोले की हमें तो बस यही खाना है तो आज हम आपकी इस मुश्किल को थोड़ा आसान बना देते है और आपको एक ऐसी रेसिपी के बारे बताने जा रहे है जिसे आप न केवल साधारण दिनों में ही नहीं व्रत के दिनों में भी खा सकते है।
भारत में व्रत एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है, और यहाँ व्रत में खाने के विभिन्न प्रतिबंध लगाए जाते हैं। यदि आप भी व्रत मनाते हैं, तो आपको पता होगा कि यह किस प्रकार का चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है, विशेषकर व्रत के दौरान कुछ खास चीजें नहीं खाने का निर्णय लेने में। लेकिन क्या आपने कभी विचार किया है कि व्रत के दौरान भी आप ऐसा कुछ खा सकते हैं जो स्वादिष्ट हो, और जो आपके व्रत के नियमों का पालन करता हो? आज हम आपको सिंघाड़े के आटे का समोसा बनाने की रेसिपी की विधि के बारे में बतायेंगे जिससे आप व्रत के दिनों में भी चाय और समोसे का लुफ़्त उठा सकते है
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सिंघाड़े के आटे का समोसा सामग्री
- ¼ कप अरारोट
- ¼ कप घी
- 1 टी स्पून सेंधा नमक
- (फ्राई करने के लिए) घी या तेल
- 2 कप सिंघाड़े का आटा
- 3 ½ कप पानी
- आटा गूंथने के लिए
Falahari samosa बनाने के लिए भरवान
- 1 टी स्पून मिर्च पाउडर
- 3 टी स्पून धनिया
- 1/3 टी स्पून इलायची
- स्वाद अनुसार सेंधा नमक
- 1 टेबल स्पून जीरा
- 2 टेबल स्पून घी
- एक कप (करीब 125 ग्राम, दो घंटे के लिए पानी में भीगी हुई) चिरौंजी
Falahari samosa बनाने की विधि
- एक पैन में पानी, घी और एक छोटा चम्मच नमक डालें। एक बार उबाल लें।
- जब यह उबल जाए, तो इसमें आट और अरारोट डालें। अच्छी तरह मिक्स करें। हल्की आंच पर पकाएं।
- जब यह मिक्सचर बीच में इकट्ठा होने लगे, तो इसे आंच से उतार कर ठंडा होने के लिए रख दें।
- करीब 1/8 इंच मोटी लोई बनाएं। बेल लें। अब किनारों को गीला करें। बीच से आधा काट लें।
- Falahari samosa बनाने के लिए गोलाई में कोन की तरह मोड़ लें। भरावन सामग्री भरें।
- ऊपर से इसे बंद कर दें। एक कढ़ाही में घी गर्म करें। उसमें समोसा डालें।
- आंच को मीडियम कर लें। जब समोसा सुनहरे रंग का हो जाए, तो निकाल कर सर्व करें।
- आपके सिंघाड़े के आटे के समोसे (Falahari samosa) तैयार हैं, और आप इन्हें व्रत के दिनों में उपभोग कर सकते हैं। इन्हें व्रती अन्न के साथ या फिर फलाहार के साथ परोसें, और स्वाद में आनंद उठाएं!
व्रत में सिंघाड़े का आटा एक बहुत ही महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ होता है। यह आटा ग्लूटन-फ्री होता है, और यह व्रत के दौरान भी खाया जा सकता है। सिंघाड़े के आटे से बनी विभिन्न चटपटी और स्वादिष्ट व्यंजनें हो सकती हैं, जो व्रत के दौरान भी आपके रुचि को पूरा कर सकती हैं। इस ब्लॉग में, हम आपको एक ऐसे सिंघाड़े के आटे के समोसे की रेसिपी बताएंगे जो बनाने में बहुत ही आसान है और स्वादिष्ट होते हैं। भारतीय सांस्कृतिक परम्परा में व्रत और उपवास का महत्व अत्यधिक है। धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए, यह एक तरीका है अपनी आत्मा को पवित्र करने का, और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाने का।
टेस्टी टेस्टी Falahari samosa
इसके साथ ही, व्रत का अद्भुत और स्वादिष्ट पकवान भी बनाने का अवसर प्रदान करता है। समोसा, एक प्रसिद्ध भारतीय स्नैक, हमें विभिन्न अवसरों पर स्वादिष्टी से खाने को मिलता है। यह एक पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है और इसमें आलू, मटर, और मसालों का मिश्रण डाला जाता है। लेकिन जब हम व्रत (Falahari samosa) में होते हैं, तो सारे सामान्य आटे, सूजी, और सब्जियों का उपयोग नहीं कर सकते हैं। इसका मतलब है कि हमें कुछ अलग तरीके से यह शानदार स्नैक तैयार करना होगा।
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