मध्यप्रदेश की फेमस बाड़ई रेसिपी: गांव की थाली से दिल तक का सफर! स्वाद ऐसा जो भूले नहीं भुलाए

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मध्यप्रदेश की फेमस बाड़ई रेसिपी: गांव की थाली से दिल तक का सफर! स्वाद ऐसा जो भूले नहीं भुलाए
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बाड़ई रेसिपी: भारत के हर राज्य की अपनी खास पारंपरिक रेसिपी होती है, जो न सिर्फ वहां के स्वाद को दर्शाती है बल्कि उस क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान भी बन जाती है। मध्यप्रदेश का एक ऐसा ही स्वाद है – बाड़ई, जिसे कभी-कभी बाड़ी भी कहा जाता है। खासतौर पर मालवा और निमाड़ क्षेत्र में ये रेसिपी बेहद लोकप्रिय है।

अगर आप देसी स्वाद के दीवाने हैं और कुछ नया ट्राय करना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है। आइए जानते हैं इस खास रेसिपी के बारे में विस्तार से।


बाड़ई क्या होती है?

बाड़ई एक प्रकार की सूखी या रसीली सब्ज़ी होती है, जो दाल (अक्सर मूंग दाल) को पीसकर, सुखाकर छोटी-छोटी बड़ियों के रूप में बनाई जाती है और फिर उसे सब्जी में इस्तेमाल किया जाता है। गर्मियों में जब सब्जियां कम उपलब्ध होती थीं, उस समय यह बाड़ी (बाड़ई) सबसे बड़ा सहारा बनती थी।

यह रेसिपी स्वाद में लाजवाब होने के साथ-साथ पोषण से भरपूर भी होती है। इसमें मूंग दाल का प्रोटीन, हल्के मसालों का स्वाद और देसी घी का तड़का एक बेहतरीन देसी डिश तैयार करता है।


बाड़ई बनाने की सामग्री

बाड़ी (सूखी मूंग दाल की बड़ी) बनाने के लिए:

  • मूंग दाल – 1 कप
  • हींग – 1 चुटकी
  • नमक – स्वादानुसार
  • तेल – हाथ में लगाने के लिए

बाड़ई की सब्जी के लिए:

  • बाड़ी – 1 कप (तली हुई या भुनी हुई)
  • प्याज – 1 बारीक कटा हुआ
  • टमाटर – 1 बारीक कटा हुआ
  • लहसुन – 4-5 कलियां (कुचली हुई)
  • हल्दी पाउडर – ½ छोटा चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर – ½ छोटा चम्मच
  • धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच
  • जीरा – ½ छोटा चम्मच
  • सरसों – ½ छोटा चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार
  • देसी घी या तेल – 2 चम्मच
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • हरा धनिया – गार्निशिंग के लिए
मध्यप्रदेश की फेमस बाड़ई रेसिपी: गांव की थाली से दिल तक का सफर! स्वाद ऐसा जो भूले नहीं भुलाए

बाड़ी बनाने की विधि (सूखी)

  1. मूंग दाल को धोकर 3-4 घंटे के लिए भिगो दें।
  2. पानी निथारकर मिक्सी में दरदरा पीस लें।
  3. इसमें हींग और नमक डालकर अच्छी तरह फेंटें।
  4. अब एक साफ कपड़े या थाली पर छोटे-छोटे गोले (बाड़ी) बनाएं।
  5. इन्हें तेज धूप में 2-3 दिन तक सुखा लें।
  6. सुखाने के बाद बाड़ी को कांच की बर्नी में स्टोर करें।
  7. जरूरत पड़ने पर इन्हें फ्राई करके या भूनकर सब्जी में डालें।

बाड़ई की सब्जी बनाने की विधि

  1. एक कढ़ाई में देसी घी गर्म करें।
  2. उसमें जीरा और सरसों डालकर तड़का लगाएं।
  3. अब लहसुन, प्याज डालकर भूनें जब तक प्याज हल्का सुनहरा न हो जाए।
  4. फिर टमाटर डालकर पकाएं जब तक वह गल न जाए।
  5. अब हल्दी, मिर्च, धनिया पाउडर डालकर मसाले भून लें।
  6. इस मसाले में पहले से फ्राई की हुई बाड़ी डालें।
  7. थोड़े पानी के साथ इसे 5-10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
  8. स्वाद अनुसार नमक डालें और सब्जी को गाढ़ा होने तक पकने दें।
  9. हरा धनिया डालकर गैस बंद कर दें।

कैसे परोसें?

बाड़ई की सब्जी को गर्म फुल्कों, बाजरे की रोटी, या जीरे वाले चावल के साथ परोसा जाता है। इसके साथ प्याज का सलाद और आम का अचार स्वाद को दोगुना कर देता है।

मध्यप्रदेश की फेमस बाड़ई रेसिपी: गांव की थाली से दिल तक का सफर! स्वाद ऐसा जो भूले नहीं भुलाए

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बाड़ई के सेहतमंद फायदे

  • मूंग दाल में प्रोटीन भरपूर होता है, जो शरीर की ताकत बढ़ाता है।
  • इसमें कोई केमिकल या प्रिज़र्वेटिव नहीं होता।
  • बाड़ी को स्टोर करके सालभर उपयोग किया जा सकता है।
  • गर्मियों के लिए परफेक्ट, हल्की और सुपाच्य डिश।

कुछ खास टिप्स:

  • बाड़ी हमेशा अच्छी तरह सूखी होनी चाहिए, वरना उसमें नमी से फफूंदी लग सकती है।
  • चाहें तो बाड़ी को तले बिना भी भूनकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • मसाले अपने स्वाद के अनुसार कम या ज्यादा किए जा सकते हैं।
  • देसी घी का तड़का बाड़ई को और भी स्वादिष्ट बना देता है।

क्या अपने खाई है बाड़ई

मध्यप्रदेश की बाड़ई रेसिपी न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपरा की भी मिसाल है। आज जब हम इंस्टेंट और पैकेज्ड फूड की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में बाड़ई जैसी देसी रेसिपी हमें याद दिलाती है कि असली स्वाद तो हमारे गांवों और किचन की मिट्टी में ही है।


अगर आपको ये रेसिपी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें, और कमेंट में बताएं कि आपने बाड़ई को कैसे परोसा।

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