MANIPUR VIOLENCE: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा! दंगाईयों ने बच्चों पर भी बरसाईं गोलियां। मणिपुर की राजधानी इम्फाल के ईस्ट भाग में मंगलवार को एक बार फिर हिंसा का दौर आरंभ हो गया। एक गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोगों को घायल किया गया। उपद्रवियों ने पेंगेई के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया और हथियार लूटने की कोशिश की। साथ ही, तेजपुर इलाके में भारतीय रिजर्व बटालियन की पोस्ट पर भी हमला किया गया। यहां से 6 AK-47, 4 कार्बाइन, 3 राइफल, 2 एलएमजी और कुछ ऑटोमैटिक हथियार भी लूटे गए। हमले, गोलीबारी और हथियारों की लूट के वीडियो भी सामने आए हैं।
फुटबॉल खेलते हुए बच्चों के पास गोलियां चलाई गईं। इम्फाल ईस्ट के खामेनलोक में जब गोलीबारी शुरू हुई, तो वहां कुछ बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे। हाथ में हथियार लेकर आए लोगों ने उन पर भी गोलियां चलाई। डर के कारण बच्चे अपनी सुरक्षा के लिए झाड़ियों में छिप गए, लेकिन उन्हें चोटें लगीं। उनकी रोंगटे उठ रहीं थीं और आसपास गोलियों की आवाजें उठ रही थीं। इस हिंसा का केंद्र मैतई बहुल इलाका है, जो कांगपोकपी इलाके से मिलता जुलता है। यहां पहले भी दोनों गुटों के बीच हिंसा हुई है।
अब किसने फैलाया मणिपुर में आतंक (MANIPUR VIOLENCE)
हिंसा वेस्ट जिरीबाम, बिशनपुर, थोउबल, काकचिंग, तेंगनोउपुल और कांगपोकपी में फैल गई है। हिंसा के बाद ड्रोन फुटेज में उपद्रवियों को डेडबॉडी लेते दिखाई गई। हिंसा के बाद का ड्रोन फुटेज दिखाया कि पहाड़ी पर लोग अपने घायल और मृत साथियों को ले जा रहे हैं। मृतक की पहचान 25 साल के सागोलसेम लोया के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि घायल हुए लोगों में से एक को पैर में और एक को कंधे में गोली लगी है, हालांकि, वे खतरे से बाहर हैं। घायल हुए लोग मैतई समुदाय के हैं या कुकी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
MANIPUR VIOLENCE में सेना पर हुआ हमला
हाल ही में मणिपुर में सुरक्षाबलों पर हमला हुआ था। मणिपुर के थौबल जिले में उपद्रवियों ने 17 जनवरी को पुलिस हेडक्वार्टर पर हमला किया था। उपद्रवी भीड़ की ओर से की गई फायरिंग में तीन जवान घायल हो गए थे। पुलिस के अनुसार भीड़ ने पहले हेडक्वार्टर में दाखिल होने की कोशिश की थी। जब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया, तो भीड़ के बीच से कुछ उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी। इस MANIPUR VIOLENCE हमले में घायल जवानों की पहचान कॉन्स्टेबल गौरव कुमार, ASI सोबराम सिंह और ASI रामजी के तौर पर हुई थी।
कब थमेगी मणिपुर में हिंसा
घटना के बाद जिला प्रशासन ने थौबल में कर्फ्यू लगा दिया था। हालांकि हेल्थ, मीडिया सहित जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों और कोर्ट के कामकाज में शामिल लोगों समेत हवाई अड्डों पर जाने वाले यात्रियों को कर्फ्यू के दायरे से छूट दी गई थी। मणिपुर में अब तक 200 से ज्यादा मौतें, 1100 घायल हो चुके हैं। राज्य में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई के बीच जारी जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। राज्य में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।।