MALDIVES-CHINA FRIENDSHIP: भारत के खिलाफ बड़ी साजिश! मालदीव ने ड्रेगन के साथ किए 4 सीक्रेट समझौते। मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद, MALDIVES और भारत के बीच के संबंधों में उनके नजरिए में काफी बदलाव आया है। उनके दौरे के दौरान वे भारत के प्रति असंतोष प्रकट करते रहे हैं, और इसके साथ ही सत्ता में आते ही उन्होंने अपना ध्यान चीन की ओर मोड़ लिया है। राष्ट्रपति बनने के बाद, उन्होंने मालदीव के ऐतिहासिक रिश्तों को तोड़कर पहली बार चीन की यात्रा की।
इस दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों की हुई। मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, MALDIVES और CHINA के बीच कुछ गुप्त समझौते हुए हैं। इसी कारण सरकार इन समझौतों को सार्वजनिक करने से कतरा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव के आर्थिक विकास मंत्री मोहम्मद सईद ने चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन जब एक जांच के तहत इसकी जानकारी चाही गई, तो सरकार ने इस पर जवाब देने से मना कर दिया।

क्या MALDIVES-CHINA FRIENDSHIP भारत के लिए खतरा
दोनों देशों का जवाब देने में कोई संकोच नजर आ रहा है। न केवल मालदीव, बल्कि चीन की सरकार भी इस मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, MALDIVES राष्ट्रपति मुइज्जू जनवरी के दौरान चीन में थे, और उनके साथ 20 समझौते हुए थे, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। वहीं, मालदीव की सरकार भी मौन बनी हुई है जवाब देने के लिए।

कूटनैतिक चाल है MALDIVES-CHINA FRIENDSHIP ?
चीनी सरकार ने जानकारी साझा करने से संभावित इनकार किया है, जबकि MALDIVES सरकार ने कुछ समझौतों के बारे में थोड़ी जानकारी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों देशों के बीच चार चीजों पर गोपनीय समझौते हुए हैं, जैसे कि आर्थिक विकास नीति में सहयोग और डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उनका सहयोग। इसके अलावा, वे बेल्ट और रोड पहल के तहत तेजी से विकास और हरित निवेश के लिए भी मिलकर काम कर रहे हैं।