digvijay singh in salman house: आखिर क्यों कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सलमान खान के घर जाकर उनके परिवार से बिलख कर रोते हुए मांगी माफी। मध्य प्रदेश में कल मतदान से एक दिन पहले, रात के समय भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के नेताओं के बीच एक तेज विवाद हुआ। इस विवाद के दौरान, कांग्रेस नेता सलमान खान की हत्या की गई। चुनावी मतदान के बाद, आज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ पीड़ित परिवार के घर पहुंचा।
दिग्विजय को देखते ही सलमान के परिजनों ने अश्रुपूरित आँसुओं के साथ अपना दुख व्यक्त किया। दिग्विजय ने मृतक के घर जाकर परिजनों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना और उन्हें सांत्वना दी, साथ ही मृतक के भाई से घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त की।दिग्विजय सिंह छतरपुर जिले के राजनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा, छतरपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी पज्जन चतुर्वेदी और महाराजपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी नीरज दीक्षित भी मौजूद थे।

digvijay singh in salman house
दिग्विजय ने कहा कि सलमान खान, जो कांग्रेस के प्रत्याशी के ड्राइवर थे, के घर पहुंचकर हुए हादसे को हत्या के रूप में बताना गलत है। उन्होंने बताया कि लोग इसे हादसा मान रहे हैं, लेकिन यह वास्तविकता में एक हत्या है। उन्होंने कहा कि वह इस दुखद घटना के बाद परिवार को समर्थन देंगे। दिग्विजय ने इसके साथ ही कहा कि पिछली रात बीजेपी ने अवैध धंधों से करोड़ों रुपए कमाए हैं और उन्हें बांटने के लिए बाहर निकले हैं। उनका मानना है कि वे वाढ़ाचढ़ी राशि को लेकर मतदाता भाइयों और बहनों को पूर्ण करने के लिए पैसा बांटेंगे।
घटना का विवरण देते हुए, उन्होंने बताया कि कांग्रेस के उम्मीदवार नाती राजा को पैसे बांटने की जानकारी मिलने पर वह तत्परता से मौके पर पहुंचे और गाड़ी रोकी गई। सभी ने एक-एक करके उसकी गाड़ी में चढ़ाई की। उन्होंने बताया कि विक्की बघेल, पप्पू अवस्थी, और प्रत्याशी अरविंद पटेरिया के साथ सभी ने उन्हें गालियां दीं। उसके बाद जब उन्होंने आदेश दिया कि गाड़ी यहां से निकाली जाए, उन्होंने ड्राइवर सलमान खान की गाड़ी में बैठ लिया। सभी ने एक के बाद एक उसकी गाड़ी पर चढ़ाई की।

Digvijay Singh In Salman House
दिग्विजय ने यह भी कहा कि उन्होंने एसपी और कलेक्टर से मिलकर कई बार शिकायत की है, लेकिन अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उनकी मांग है कि उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।