Bihar Caste Census: नीतीश कुमार को राहुल गांधी का समर्थन! ‘जितनी आबादी, उतना हक’, जारी हुई जातिगत जनगणना रिपोर्ट। लम्बे इंतजार के बाद सोमवार को बिहार सरकार ने अपनी जाति के आधार पर आयोजित गणना की रिपोर्ट को जारी कर दिया है। नीतीश सरकार की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में सबसे ज्यादा पिछड़ा वर्ग की आबादी है। राज्य की कुल जनसंख्या का 63 प्रतिशत इस वर्ग से संबंधित है। इसमें से 27 प्रतिशत लोग पीछे जाति के हैं, जबकि 36 प्रतिशत से अधिक लोग अत्यंत पीछे जातियों के हैं। वहीं, अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या सबसे कम है, जिनकी आबादी कुल जनसंख्या का 1.68 प्रतिशत है।
बिहार में जिस जाति की कितनी आबादी ?
आंकड़ों में यह भी दिखाया गया है कि यादव एकमात्र ऐसी जाति है जिसकी आबादी राज्य में 10 प्रतिशत से भी अधिक है। आइए, हम जानते हैं कि बिहार जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट में क्या है? किस जाति की कितनी आबादी है? सबसे ज्यादा किन जातियों की संख्या है? सबसे कम किस जाति के लोग हैं? धर्मवार आंकड़ों का क्या मतलब है? पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की आबादी कितनी है ? सांख्यिकीय आंकड़े Bihar Caste Census के आधार पर दिखाते हैं कि राज्य में कुल 13 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं। यह आंकड़ा 2011 की जनगणना के तुलना में 25.5% से अधिक है।
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CASTE CENSUS
— Congress (@INCIndia) October 2, 2023
-to uplift all sections of society ✅
-to address prevalent inequalities ✅
-to ensure economic & social justice ✅
We challenge Mr. Modi to make the 2011 Caste Census data public! pic.twitter.com/5xpTpa2yIP
Bihar Caste Census 14.26% यादव जाति
पिछड़ा वर्ग के लोगों की कुल जनसंख्या (Bihar Caste Census) राज्य की कुल जनसंख्या का 63% से भी अधिक है। इसमें 27% से अधिक लोग पिछड़ी जातियों से जुड़े हुए हैं, और 36% से अधिक लोग अति पिछड़ी जातियों से संबंधित हैं। अनुसूचित जाति की जनसंख्या 19.65% है, जबकि अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 1.68% है। साथ ही, कुल जनसंख्या में सामान्य वर्ग का हिस्सा लगभग 15.52% है। प्रदेश में केवल तीन जातियाँ हैं जिनकी जनसंख्या पांच प्रतिशत से अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में सबसे अधिक जनसंख्या वाली जाति यादव समुदाय है। इस समाज की कुल आबादी 1,86,50,119 है और कुल जनसंख्या का 14.26 प्रतिशत हिस्सा है।
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विपक्ष ने दिया Bihar Caste Census का साथ
इस रिपोर्ट में यादव जाति में ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, और लक्ष्मी नारायण गोला भी शामिल हैं। उसके बाद, दुसाध समुदाय सबसे अधिक जनसंख्या वाली जाति है, जो दलित पासवान समुदाय से जुड़ी हुई है। उनकी कुल आबादी 69,43,000 है और कुल जनसंख्या में उनका हिस्सा करीब 5.31 प्रतिशत है। सरकार ने दुधास जाति में दुसाध, धारी, और धरही को भी शामिल किया है। पांच प्रतिशत से अधिक आबादी वाली तीसरी जाति चर्मरकार समुदाय की है। राज्य में इस समुदाय के कुल 68,69,664 लोग रहते हैं, जो राज्य की कुल जनसंख्या का करीब 5.25 प्रतिशत है।
Bihar Caste Census सही है या गलत ?
सर्वे में इस समुदाय में चमार, मोची, चमार – रबिदास, चमार – रविदास, और चमार – रोहिदास भी उपस्थित हैं। सबसे ज्यादा जनसंख्या वाली जातियों की सूची में, कुशवाहा (कोइरी) जाति चौथे स्थान पर स्थित है। इस समुदाय की कुल आबादी 55,06,113 है। हिस्सेदारी के दृष्टिकोण से इस समुदाय की कुल आबादी का 4.21 प्रतिशत हिस्सा है। उसके बाद, 49,95,897 शेख आबादी है, जो जनसंख्या का 3.82 प्रतिशत है। सबसे अधिक जनसंख्या वाली जातियों में, छठे स्थान पर ब्राह्मण जाति आती है। बिहार में इस समाज के कुल 47,81,280 लोग रहते हैं, और कुल आबादी के 3.65 प्रतिशत का हिस्सा है। मुस्लिम समुदाय में जुलाहा और अंसारी शामिल हैं।
जितनी आबादी उतना मिलेगा हक़
उनकी कुल आबादी 46,34,245 है, जो कुल आबादी का 3.54 प्रतिशत है। राजपूत समुदाय सूची में सबसे अधिक जनसंख्या वाली आठवीं स्थान पर है। बिहार में इस समुदाय के 45,10,733 लोग रहते हैं, और कुल आबादी के 3.45 प्रतिशत का हिस्सा है। उसके बाद, मुसहर समुदाय की आबादी 40,35,787 है, जो कुल आबादी का 3.08 प्रतिशत है। दसवें स्थान पर कुर्मी जाति आती है, और इस समुदाय में राज्य में कुल 37,62,969 लोग हैं, जिसका हिस्सा बिहार की जनसंख्या के 2.87 प्रतिशत है। राज्य की आबादी का 2.86 प्रतिशत हिस्सा भूमिहार समुदाय से जुड़ा हुआ है। इनकी कुल संख्या 37,50,886 है। बिहार में तेली समुदाय के 2.81 प्रतिशत लोग रहते हैं।
Bihar Caste Census
बिहार की सबसे अधिक आबादी वाली 12वीं जाति में कुल 36,77,491 लोग हैं। मल्लाह जाति के लोगों की संख्या 34,10,093 है, जो बिहार में रहते हैं। उनका हिस्सा कुल आबादी का 2.60 प्रतिशत है। वहीं, बनिया जाति के 30,26,912 लोग हैं, जिनका अंश कुल आबादी का 2.31 प्रतिशत है। कानू जाति के 28,92,761 लोग हैं, जिनका हिस्सा कुल आबादी का 2.21 प्रतिशत है। बिहार में डेढ़ प्रतिशत से अधिक कुल 16 जातियां मौजूद हैं, और इनमें 16वीं स्थान पर धानुक जाति है, जिनकी कुल संख्या 27,96,605 है, जो कुल आबादी का 2.14 प्रतिशत है।