Bishan Singh Bedi: भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी का निधन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का आज दुनिया को दुखद समाचार मिला है कि उनका निधन हो गया है. उनकी आयु केवल 77 वर्ष थी जब उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कहा। बिशन सिंह बेदी को ‘ग्रेट इंडियन स्पिनर’ के नाम से प्रसिद्ध किया जाता था, और वे एक्टर अंगद बेदी के पिता और एक्ट्रेस नेहा धूपिया के ससुर थे। उनके निधन की खबर ने क्रिकेट समुदाय के साथ-साथ फिल्म इंडस्ट्री में भी शोक की लहर फैला दी है। गलियों में शोक की गहरी गहरी लहरें हैं।
बिशन सिंह के निधन पर बॉलीवुड में भी गहरा दुख है। बॉलीवुड के ‘बादशाह’ शाहरुख खान ने भी बिशन सिंह बेदी को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने पूर्व कप्तान को याद करते हुए लिखा है कि ‘बिशन सिंह बेदी एक महान व्यक्ति थे, जिनसे हमने अनगिनत बातें सीखी हैं। भगवान से उनकी आत्मा को शांति मिले। हम उनके द्वारा स्पोर्ट्स और जीवन के बारे में सिखा है, और हम हमेशा उन्हें याद करेंगे। क्रिकेट भारतीय खेल का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और बीते कई दशकों से यह खेल भारत में एक लोकप्रिय खेल बन गया है। इस मानकीय खेल के साथ जुड़े बहुत सारे महान खिलाड़ी हैं।
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जन्म और प्रारंभिक जीवन
लेकिन उनमें से एक व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया – उनका नाम है बिशन सिंह बेदी। बिशन सिंह बेदी का जन्म 17 फरवरी 1946 को अमृतसर, पंजाब, में हुआ था। वे एक पंजाबी परिवार से आते थे और उनके पिता राम सिंह बेदी भी एक प्रसिद्ध क्रिकेटर थे, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के क्षेत्र में अपना नाम किया था। इसलिए, बेदी जी के लिए क्रिकेट एक परिवारिक विरासत थी। बिशन सिंह बेदी ने अपना क्रिकेट करियर 1966 में शुरू किया था, और वे एक विद्वेष क्रिकेटर के रूप में जल्दी ही प्रमुख ध्यान में आए।
Bishan Singh Bedi क्रिकेट करियर
उन्होंने Bishan Singh Bedi पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य के रूप में 1966 में खेला, और उनके प्रदर्शन ने सभी को हैरान कर दिया। वे एक विशेष तरीके से बॉल को बॉल करने के लिए प्रसिद्ध थे और उनका शांत स्वभाव उन्हें बड़े ही प्रभावशाली खिलाड़ियों में से एक बन गया। वे एक अच्छे बल्लेबाज भी थे और उन्होंने कई मैचों में अपनी बल्लेबाजी से टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका क्रिकेट करियर चार दशकों तक चला और Bishan Singh Bedi ने विभागीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत सारे मैच खेले।
Deeply saddened to hear about the loss of the spin legend, Bishan Singh Bedi. A man who was adored not just for his cricketing prowess but also for the honesty and integrity he carried in his heart. He was a true maestro of the game and an inspiration to so many.
— Suniel Shetty (@SunielVShetty) October 23, 2023
May his legacy… pic.twitter.com/p0OQ3zj8dj
Bishan Singh Bedi की कप्तानी
बिशन सिंह बेदी ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में भी अपनी प्रतिष्ठिता बढ़ाई। उन्होंने 1974-75 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर कार्यभार संभाला था, और उन्होंने टीम को अपने नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण जीत हासिल कराई। उनका शांत और विचारशील नेतृत्व टीम के सदस्यों को प्रेरित किया और उन्होंने टीम को अच्छे प्रदर्शन की दिशा में मार्गदर्शन किया। उनके कप्तानी के दौरान टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज जीती और उन्होंने (Bishan Singh Bedi) टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद की।
Bishan Singh Bedi से जुड़े विवाद
हालांकि बिशन सिंह बेदी के क्रिकेट करियर में कई महत्वपूर्ण मोमेंट्स थे, उनके कप्तानी काल के दौरान एक विवाद ने उनकी करियर को धकेल दिया। 1976 में, Bishan Singh Bedi ने टीम के एक टेस्ट मैच में तेज गेंदबाज आन्डी रॉबर्ट्स के खिलाफ अपने बल्ले की बदमाशी की आरोप में नगर पालिका की तरफ से दो-मैच की प्रतिबंधिता प्राप्त की। इसके परिणामस्वरूप, Bishan Singh Bedi को क्रिकेट से बाहर किया गया, जो एक बड़ी विवादित घटना बन गई।
निःशुल्क सेवा और समाज सेवा
बिशन सिंह बेदी के अधिवक्ताओं ने इस मामले का विरोध किया और उन्हें स्थिति सुधारने का मौका मिला, लेकिन इसके बावजूद, विवाद ने उनकी क्रिकेट करियर के आखिरी दिनों को प्रभावित किया। बिशन सिंह बेदी के नाम ने उन्हें भारतीय क्रिकेट के लिए दिये गए सेवा के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने क्रिकेट के मैदानों पर अपने हुनर और नेतृत्व का प्रदर्शन किया और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अफसोस की बात है कि विवाद के चलते उनकी क्रिकेट करियर के आखिरी दौर बिगड़ गए, लेकिन उनका योगदान और महत्वपूर्ण है और उन्हें भारतीय क्रिकेट के महत्वपूर्ण नेतृत्व में याद किया जाता है।
कैसे बने महान क्रिकेटर ?
बिशन सिंह बेदी के विवाद के बाद, उन्होंने फिर से जाकर अपने क्रिकेट करियर का सुधार किया और वे बाद में भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता और क्रिकेट व्यवस्थाओं में भाग लिए। आजकल, Bishan Singh Bedi भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में समर्पित हैं और वे अपने जीवन के अगले चरण में क्रिकेट के प्रोमोशन और विकास में शिरकत कर रहे हैं। बिशन सिंह बेदी एक महत्वपूर्ण क्रिकेट खिलाड़ी और नेता थे, जिन्होंने अपने दौर के दौरान भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Bishan Singh Bedi की कप्तानी के दौरान टीम ने कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की और उन्होंने क्रिकेट के मैदान में अपने विवादित दिनों के बाद, बिशन सिंह बेदी ने खुद को न बदलकर क्रिकेट के प्रति अपनी गहरी प्रेम और समर्पण को बनाए रखा। उन्होंने दूसरों के लिए खेल को प्रोत्साहित करने और क्रिकेट को बढ़ावा देने का काम किया, और इसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया। वे बाद में क्रिकेट के क्षेत्र में विभिन्न भूमिकाओं में कार्यरत रहे,
Bishan Singh Bedi की उपलब्धियां
जैसे कि क्रिकेट समीक्षक और खेल प्रशासन में अपने ज्ञान का साझा किया। उन्होंने युवा खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट के विकास के लिए कई पहल की, जिनमें शिक्षा, प्रशिक्षण और क्रिकेट अवसरों को बढ़ावा देना शामिल था। बिशन सिंह बेदी की एक और महत्वपूर्ण भूमीका वह थी उनकी लेखनी और बोलचाल कौशल। वे एक प्रमुख क्रिकेट विमर्शक और टीम के प्रदर्शन के बारे में अपने विचारों को साझा करने के लिए खुद को बनाया। उनके लेख क्रिकेट जगत में महत्वपूर्ण रूप से मान्यता प्राप्त कर चुके थे और उन्होंने खिलाड़ियों के प्रति और दर्शकों के प्रति अपनी गहरी जानकारी का साझा किया।
बिशन सिंह बेदी ने भारतीय क्रिकेट को अपने उत्कृष्ट खेलकुशलता और नेतृत्व के माध्यम से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और बिशन सिंह बेदी की उपलब्धियों के आधार पर, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को विश्व स्तर पर पहचान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में टीम ने अपनी पहचान बनाई, और वे क्रिकेट जगत में मान्यता प्राप्त कर चुके थे। बेदी की कप्तानी के दौरान, भारतीय क्रिकेट टीम ने कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की, जिसमें (Bishan Singh Bedi) विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल की गई विजय अत्यधिक महत्वपूर्ण थी।
Bishan Singh Bedi
उन्होंने बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच मिलजुल की अच्छी जीतें दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और उनका नेतृत्व टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित हुआ। उनके क्रिकेट करियर के बाद, वे एक सफल खेल प्रशासक और अधिनियमन संगठनकर्ता बने। उन्होंने भारतीय क्रिकेट संघ (BCCI) में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और भारतीय क्रिकेट को विश्व स्तर पर नेतृत्व प्रदान किया। बिशन सिंह बेदी के योगदान का एक और महत्वपूर्ण पहलु उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन था।
खासकर उन युवा क्रिकेटरों के लिए जो उनकी उंचाइयों को प्राप्त करने के लिए अपना सपना देखते थे। उन्होंने युवाओं को क्रिकेट में सफलता पाने के लिए कठिनाइयों का सामना करने की महत्वपूर्णता सिखाई, और उनकी सारी दिक्कतों के बावजूद वे अपने लक्ष्यों को पूरा करने में सफल हुए। बेदी जी के उपकरण के रूप में उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन ने भी क्रिकेट के अफसरी और अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों का मूल्यांकन करने में मदद की।