आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार पर लगा ED नाम का ग्रहण, जानिए ed की कौन सी दलीलों से केजरीवाल को नहीं मिल रही बेल

mpexpress09

आम आदमी पार्टी के चुना व प्रचार पर लगा ED नाम का ग्रहण, जानिए ed की कौन सी दलीलों से केजरीवाल को नहीं मिल रही बेल
WhatsApp Group Join Now

आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार पर लगा ED नाम का ग्रहण, जानिए ed की कौन सी दलीलों से केजरीवाल को नहीं मिल रही बेल। दिल्ली की शराब नीति में अनियमितता के आरोपों में जेल में बंद सीएम अरविंद केजरीवाल की याचिका को सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनाया गया। इस समय, ED ने केजरीवाल के खिलाफ साक्ष्य पेश करते हुए उनकी याचिका का विरोध किया।

केजरीवाल ने अपनी याचिका में ED की गिरफ्तारी को चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हुए इस घटना के बारे में – ईडी के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि सीएम केजरीवाल पर इलेक्ट्रॉनिक सबूत नष्ट करने और 100 करोड़ रुपये हवाला के जरिए भेजने के आरोप हैं।

यह भी पढ़ें – मध्यप्रदेश में घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुई BJP विधायक की बेटी, जानिए भ्रष्टाचार से जुड़ा यह पूरा मामला क्या है

आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार पर लगा ED नाम का ग्रहण, जानिए ed की कौन सी दलीलों से केजरीवाल को नहीं मिल रही बेल

कौन करेगा आम आदमी पार्टी का चुनाव

सुप्रीम कोर्ट ने इस पर टिप्पणी की, कहा, “100 करोड़ प्रोसिड्स ऑफ क्राइम है।” लेकिन उन्होंने पूछा, “लेकिन इतना बड़ा घोटाला कैसे हो सकता है जिसे 1100 करोड़ का बताया जा रहा है ? ED के वकील इस बारे में कह रहे हैं कि होलसेल व्यापारियों को गलत तरीके से बड़ा फायदा पहुंचाया गया था।

पहले हमारी जाँच में केंद्र में केजरीवाल नहीं थे, लेकिन जाँच के दौरान उनका नाम आया। हमने केजरीवाल को निशाना बनाने के लिए गवाहों से खास तौर पर कुछ भी नहीं पूछा। गवाहों के द्वारा मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए धारा 164 के बयान से यह साफ हो सकता है।

आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार पर लगा ED नाम का ग्रहण, जानिए ed की कौन सी दलीलों से केजरीवाल को नहीं मिल रही बेल

आम आदमी पार्टी के लिए कौन करेगा प्रचार

सर्वोच्च न्यायालय ने यह कहा कि आपने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए केस डायरी तैयार की होगी, और हम इसे जांचना चाहेंगे। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि हमारे पास सीमित प्रश्न हैं, जैसा कि क्या PMLA धारा 19 के तहत गिरफ्तारी सही ढंग से की गई थी। लेकिन पहली गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल को 2 साल तक गिरफ्तार करने में समय लगना सही नहीं लगता।

Leave a Comment