सर्दीयों में  भारतीय घरों में खासतर से खासा तिल लड्डू का अपना महत्व है। 

यह एक परंपरागत भारतीय मिठाई है जो सर्दियों में हर घर में बनाई जाती है और इसे बनाने में जो सामग्रीयाँ होती हैं, वह सर्दियों में लाभकारी होती हैं। 

ऊर्जा का स्रोत: तिल एक उच्च कलोरी वाला खाद्य है और यह शीतकाल में शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। तिल का सेवन करने से शरीर का तापमान बना रहता है 

गर्मी का नेटवर्क: तिल में विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को सर्दी से बचाने में मदद करता है। यह अंतिक्रियात्मक तंतुओं को सुरक्षित रखने में सहायक होता है 

ऊर्जा स्तर को बढ़ावा: तिल में प्रोटीन और फैट्स होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं। इससे शरीर का ऊर्जा स्तर बना रहता है और ठंड में ज्यादा सक्रिय रहता है। 

दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: तिल में नाइसिन नामक एक यूनसैचुरेटेड फैट होती है जो दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है। इससे चोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित रहता है और दिल की बीमारियों से बचाव होता है।

हड्डियों के लिए लाभकारी: तिल में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और आयरन जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन खनिजों की सही मात्रा में तिल लड्डू का सेवन हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।

बढ़ती हुई सर्दी से राहत: तिल में अधिक मात्रा में लिग्नान्स होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत है। यह शरीर को ठंडक प्रदान करने में मदद करता है और सर्दी से राहत प्रदान करता है।

वजन नियंत्रित करने में सहायक: तिल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन नियंत्रित करने में मदद करती है। यह भूख को कम करने में मदद करता है और वजन को संतुलित रखने में सहायक होता है।

सर्दीयों में तिल लड्डू का सेवन करने से न केवल हमारा स्वास्थ्य मजबूत रहता है, बल्कि यह हमें ठंडक प्रदान करने में भी मदद करता है। इसलिए, इस सर्दी में अपने आहार में तिल लड्डू को शामिल करें और स्वस्थ रहें।