Vishwakarma Jayanti Ke Upay: व्यापार में पाना चाहते है मोटा मुनाफा तो विश्वकर्मा जयंती पर करें ये उपाय, दूर हो जाएंगी व्यापार की सभी अड़चने। शास्त्रों की धारा के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्माण्ड का प्रथम शिल्पकार या अभियंता माना जाता है। वे देवों के शिल्पकार थे, जिनके द्वारा देवताओं के आयुध और निर्माण कार्य किया गया था। कहा जाता है कि विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर भगवान के साथ-साथ मशीन, आयुध आदि की पूजा करने से काम में सफलता और बाधाएं दूर हो जाती हैं।
Vishwakarma Jayanti 2024
माघ माह की त्रयोदशी तिथि को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाएगी, जो 22 फरवरी को है। इस दिन पूरे विधि-विधान से भगवान की पूजा के साथ कुछ उपाय करना भी बहुत शुभ माना जाता है। तो आइए जानें विश्वकर्मा जयंती पर कौन से उपाय करने शुभ माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विश्वकर्मा जयंती के दिन भगवान विश्वकर्मा की उपासना को बड़ी श्रद्धा और विधि-विधान से करना चाहिए। कहा जाता है कि इसे करने से व्यापार में बहुत लाभ होता है।
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विश्वकर्मा जयंती पर करें ये चमत्कारी उपाय
विवाहित लोगों को भी जोड़े की स्थिरता और सुख-शांति के लिए विश्वकर्मा जयंती पर उनकी पूजा करनी चाहिए। इस दिन, भगवान विश्वकर्मा की पूजा के समय, उनकी मूर्ति, कलश, फूल, माला, चंदन, सुपारी, धूप, कपूर और पीली सरसों को उपासना में शामिल करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विश्वकर्मा भगवान की पूजा करने से पहले विष्णु भगवान की पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Vishwakarma Jayanti Ke Upay
इसलिए उनकी पूजा के पूर्व, विष्णु भगवान को भी स्मरण करना चाहिए। इसके बाद ही विश्वकर्मा भगवान की पूजा करनी चाहिए। विश्वकर्मा भगवान की पूजा के समय, हाथ में फूल और अक्षत लेकर ‘ऊं आधार शक्तपे नमः’, ‘ऊं कूमयि नमः’, ‘ऊं अनंतम नमः’, ‘ऊं पृथिव्यै नमः’, ‘ऊं श्री सृष्टतनया सर्वसिद्धया विश्वकर्माया नमो नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विश्वकर्मा भगवान की पूजा करते समय पीली सरसों का उपयोग भी जरूरी है। पीली सरसों को चारों दिशाओं में रखकर, कलाई में कलावा बांधना चाहिए। यह कहा जाता है कि ऐसा करने से उस स्थान पर देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।