Vayu Shakti 2024: भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर ब्लास्ट, धमाकों की गूंज और भारतीय वायु सेना का शौर्य देख थर्रा गया पाकिस्तान भारतीय वायु सेना के युद्धाभ्यास “वायु शक्ति 2024” का आयोजन फरवरी माह की 17 तारीख को किया जा रहा है। इस अभ्यास में सरहदी जिले जैसलमेर के पास पोकरण फायरिंग रेंज में भारतीय वायुसेना के शूरवीर सैनिकों ने युद्धभ्यास का पूरा ड्रेस रिहर्सल किया। इस रिहर्सल में भारतीय वायुसेना ने अपनी महत्ता को फिर से साबित किया। वायु सेना हर 3 साल में ऐसा युद्धाभ्यास आयोजित करती है।
क्या है Vayu Shakti 2024 युद्धअभ्यास
जैसलमेर के पोकरण स्थित फायरिंग रेंज में वायु सेना (Indian air force) की सभी कमांडों ने भाग लिया। युद्ध की जैसी स्थितियों का सामना करने के लिए लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया। पूर्वाभ्यास के दौरान पोकरण की धरती भी विभिन्न कल्पित स्थानों पर बमबारी से कंप उठी। इस अभ्यास के लिए जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर में युद्धप्लेन तैनात किए गए थे, जो पोकरण के कल्पित स्थानों पर आक्रमण करके निशाना साधा। आतंकवादियों के खिलाफ जंग के लाइव डेमो के रूप में सैन्य दलों का आक्रमणिक ढंग से प्रदर्शन भी किया गया।

Vayu Shakti 2024 युद्धाभ्यास में क्या कुछ खास
इस बार Indian air force के अभ्यास में कुल 121 विमानों का उपयोग होगा, जिसमें 77 लड़ाकू जेट, 41 हेलीकॉप्टर, और 5 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। इस अभ्यास में लगभग 15 हजार वायु योद्धा भाग लेंगे, जिसमें पायलट्स से लेकर ग्राउंड स्टाफ भी शामिल हैं। राफेल विमान के भी अभ्यास में भाग लिया जाएगा। सुखोई 30, मिग-21, मिग-27 के अपग्रेडेड वर्जन, जगुआर, मिराज, और तेजस भी वायु में उड़ान भरेंगे। इसके अलावा, मी-35, मी 17, और ध्रुव हेलीकॉप्टर भी इस युद्धाभ्यास का हिस्सा होंगे।

कब से शुरू होगा Indian air force का Vayu Shakti 2024
Indian air force की एक ड्रेस प्रैक्टिस हो रही थी। 17 फरवरी को एक मुख्य कार्यक्रम होने वाला था, जो वायु शक्ति युद्धाभ्यास का हिस्सा था। लेकिन इससे पहले, 14 फरवरी को, एक पूर्ण ड्रेस प्रैक्टिस एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था। पोकरण फायरिंग रेंज के पास, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर, बमों और गोलियों की धमाके की गूंज सुनाई दी। इससे लोगों में थोड़ी घबराहट हुई, जिसे दुश्मनों के हमले की आशंका समझा गया। लेकिन जब सच्चाई सामने आई, तो लोगों को राहत मिली, क्योंकि यह एक मॉक ड्रिल थी, न कि असली युद्ध।