Vadodara Boat Accident: सेल्फी ने ली 14 लोगों की जान! वडोदरा में जानलेवा पिकनिक में मारे गए 12 स्कूली बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन ? गुजरात के वडोदरा में हुए नाव हादसे के संबंध में पुलिस ने कड़ा कदम उठाया है। वडोदरा के हरनी झील में गुरुवार को एक नाव के पलटने से हुई 14 लोगों की मौके की मौत के मामले में पुलिस ने 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। यह बताया गया है कि गुजरात में वडोदरा शहर के हरनी झील में गुरुवार को एक नौका के पलट जाने से उसमें सवार 12 विद्यार्थियों और दो शिक्षकों की मौत हो गई थी।
इस घटना के पीछे का कारण यह है कि छात्र पिकनिक के लिए आए थे और हरनी झील में नाव यात्रा कर रहे थे, जब दोपहर में यह अफसोसनाक हादसा घटित हुआ। अधिकारियों के अनुसार, नाव में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 विद्यार्थी और चार शिक्षक शामिल थे। इस घटना के पश्चात, गुजरात सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है और वडोदरा जिला कलेक्टर को 10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए निर्देश दिया है। बच्चों ने जीवन रक्षा जैकेट के बिना थे। गुजरात के गृह राज्य मंत्री सांघवी ने पत्रकारों से कहा, ‘नौका पलटने की घटना में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई है।
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Vadodara Boat Accident
कुल 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचाया गया। हमें पता चला है कि नौका पर केवल 10 छात्रों ने जीवन रक्षा जैकेट पहना था, जो साबित करता है कि इसमें आयोजकों की गलती थी।’ सांघवी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है। वडोदरा के प्रमुख डैमकल अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट ने पहले बताया था कि विभिन्न एजेंसियों के पहुंचने से पहले ही स्थानीय निवासियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट
गुजरात सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया और वडोदरा जिला कलेक्टर से 10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया। राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में यह बताया गया है कि कलेक्टर को उन कारणों और परिस्थितियों की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है, जिससे यह घटना हुई। इसमें यह भी जांचने का निर्देश दिया गया है कि क्या किसी ठेकेदार या किसी अधिकारी द्वारा कोई लापरवाही हुई थी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है।