US Israel Iran War: ईरान पर इजरायल की एयरस्ट्राइक के बाद अमेरिका ने लेबनान, कतर, सीरिया जैसे देशों में अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने B-2 बॉम्बर्स की वापसी और सीजफायर की घोषणा की, लेकिन जमीनी हालात अब भी नाजुक हैं।मिडिल ईस्ट में हाल ही में हुए घटनाक्रमों के बाद अंतरराष्ट्रीय तनाव और बढ़ गया है।
इज़रायल द्वारा ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमले के बाद अमेरिका ने अपने कई मित्र देशों में रहने वाले नागरिकों को अलर्ट किया है। अमेरिका ने लेबनान, सीरिया, जॉर्डन और कतर समेत कई देशों में स्थित अपने दूतावासों के माध्यम से ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें वहां रह रहे अमेरिकी नागरिकों से जल्द से जल्द सुरक्षित जगह पहुंचने की सलाह दी गई है।
अमेरिका का नेशनल सिक्योरिटी अलर्ट
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की ओर से एक नेशनल बुलेटिन जारी किया गया है। इस बुलेटिन में ईरान पर हमले के बाद साइबर अटैक और संभावित हिंसक घटनाओं की चेतावनी दी गई है। इसमें यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर होने वाले घृणा अपराधों की आशंका भी जताई गई है। विभाग ने कहा है कि पूरे समर सीज़न के दौरान सुरक्षा स्थिति संवेदनशील बनी रह सकती है।

डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा दावा: ईरान में हुआ भारी नुकसान, सत्ता परिवर्तन संभव
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ’ पर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ईरान में सफल हमलों के बाद अमेरिकी B-2 बॉम्बर्स सुरक्षित रूप से मिसौरी वापस लौट चुके हैं। ट्रंप ने इसे अमेरिका की सैन्य शक्ति की बड़ी कामयाबी बताया और यह भी दावा किया कि अगर ईरान की वर्तमान सरकार अपने देश को मजबूत नहीं बना पा रही है, तो वहां राजनीतिक परिवर्तन संभव है।
उन्होंने आगे कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों को जो नुकसान पहुंचा है, वह ‘बहुत गंभीर’ है और हमले पूरी तरह सटीक और रणनीतिक थे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गूंजा विवाद
UNSC (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) की बैठक में इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई। अमेरिका की कार्रवाई का समर्थन करते हुए ब्रिटेन और इज़रायल ने कहा कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इज़रायल ने ट्रंप का समर्थन करते हुए उन्हें साहसी फैसला लेने के लिए धन्यवाद दिया।
वहीं दूसरी ओर, रूस, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों ने अमेरिका की एयरस्ट्राइक की कड़ी निंदा की। रूस ने कहा कि यह हमला एक खतरनाक सिलसिला शुरू कर सकता है, जिसके परिणाम दुनिया के लिए घातक साबित हो सकते हैं।

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सीजफायर पर बनी सहमति, लेकिन मैदान में अब भी गूंज रहे धमाके
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर एक और अहम पोस्ट में बताया कि इज़रायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है। उन्होंने लिखा, “सभी को बधाई, दोनों देशों ने सीजफायर के लिए हामी भर दी है और यह छह घंटे के अंदर लागू हो जाएगा।”
हालांकि, जमीनी स्तर पर स्थिति अभी भी पूरी तरह शांत नहीं हुई है। कुछ इलाकों से अब भी धमाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं, जो यह संकेत देती हैं कि शांति कायम होने में अभी समय लग सकता है।
US Israel Iran War
ईरान-इज़रायल संघर्ष की यह ताजा लहर मिडिल ईस्ट ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गई है। अमेरिका द्वारा जारी की गई चेतावनियां और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही बयानबाज़ी यह दिखाती है कि मामला कितना गंभीर है। आने वाले दिनों में इस संघर्ष का क्या रूप होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन उम्मीद यही की जा रही है कि जल्द ही शांति बहाल हो और आम नागरिकों को राहत मिले।