UP Politics: उत्तरप्रदेश उपचुनाव में होगी भाजपा और सपा के बीच सियासी जंग, वर्चस्प की लड़ाई में किसकी होगी जीत। उत्तर प्रदेश में अब दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने का निर्णय लिया गया है। चुनाव आयोग ने इन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा करते ही, बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच एक बार फिर से सियासी टकराव की शुरुआत होगी। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर उपचुनाव की घोषणा होने पर, बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच सियासी जंग की उम्मीद है।
हालांकि, उपचुनाव का निर्धारण अभी हुआ नहीं है, और इसके आयोजन की स्पष्ट जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है। इस निर्णय के पीछे की वजह कोर्ट का एक फैसला है, जिसमें बीजेपी विधायक को 25 साल की सजा सुनाई गई है। इस सीट पर भी उपचुनाव होगा। जानकारों के अनुसार, कोर्ट के आदेश के बाद, दुद्धी सीट पर रामदुलार गोंड की सदस्यता रद्द होगी और फिर यह सीट रिक्त घोषित की जाएगी। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश की लखनऊ पूर्व सीट भी पहले से रिक्त है, जिस पर पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन की जीत दर्ज हो चुकी थी,
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UP Politics में BJP और SP के बीच कड़ा मुकाबला
लेकिन उनके निधन के बाद यह सीट भी रिक्त हो गई है। लखनऊ से आने वाले विधायक और पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के पुत्र आशुतोष टंडन का निधन पिछले महीने 9 नवंबर को हो गया था। इस कारण, अब यूपी में दो सीटों पर उपचुनाव होने की संभावना है। हालांकि, 18वीं विधानसभा में रामदुलार गोंड चौथे सदस्य बनेंगे, जिनकी सदस्यता कोर्ट के फैसले के बाद रद्द हो सकती है।इससे पहले सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता समाप्त हो चुकी है।
किसकी होगी जीत UP Politics
साथ ही, खतौली से बीजेपी विधायक विक्रम सिंह सैनी की भी सदस्यता समाप्त हो गई है। दुद्धी विधानसभा सीट से वर्तमान भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को एक किशोरी से रेप के आरोप में 25 वर्षीय सजा सुनाई गई है. सोनभद्र के एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा इस दोषारोपण के बाद उनकी सदस्यता रद्द होने की प्रक्रिया अब शेष है. 15 दिसंबर को सुने गए निर्णय के बाद उनकी सदस्यता रद्द होने का आंशिक निर्णय हो सकता है, जिससे दुद्धी विधानसभा सीट खाली हो सकती है।