UP Bahraich Violence: उत्तरप्रदेश में दशहरे पर शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा से हालात बेकाबू,,, गुस्साई भीड़ ने अस्पताल और बाइक शोरूम को जलाकर किया खाक। हाई अलर्ट पर योगी सरकार ,,, आर्मी कैंप में बदला पूरा बहराइच, हिंसा रुकने तक इंटरनेट सस्पेंड। लोग कर रहे कठोर कार्यवाही की मांग। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाई आपातकालीन बैठक।
मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा
आपको बता दें उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हुए हैं। एसपी वृंदा शुक्ला का कहना है कि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।यह घटना रविवार को हुई थी। बताया जा रहा है कि डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद ने सांप्रदायिक तनाव का रूप ले लिया।
छोटे से विवाद ने लिया सांप्रदायिक हिंसा का रूप
इस हिंसक घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।घायल विनय मिश्रा को सिर और हाथ में कई चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि यह घटना शाम 5 से 5:30 बजे के बीच की है, जब वे लोग दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए आगे बढ़ रहे थे। डीजे पर गाना बज रहा था, तभी मुस्लिम पक्ष ने डीजे बंद करने को कहा, और जब मना किया गया, तब हिंसा शुरू हो गई।
धर्म के नाम पर शुरू हुई लड़ाई ने ली युवक की जान
घटना के बारे में चश्मदीदों ने बताया कि महसी तहसील की प्रतिमा शांति से विसर्जन के लिए जा रही थी। जब यह महराजगंज कस्बे में पहुंची, तो वहां के निवासी सोनार अब्दुल हमीद अपने बेटे सबलू, सरफराज और फहीम के साथ मौके पर आए और गाली-गलौज करने लगे। जब प्रतिमा के साथ चल रहे लोगों ने इसका विरोध किया, तो छतों से पत्थर फेंकने लगे, जिससे मां दुर्गा की मूर्ति का हाथ टूट गया।
बहराइच जिले में हालात हुए बेकाबू (UP Bahraich Violence)
इसके बाद लोगों ने विसर्जन रोककर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि इस बीच हमीद और उनके साथ मौजूद सैकड़ों की भीड़ ने वहां पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई। बहराइच जिले के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गानों को लेकर विवाद हो गया।
पत्थरबाजी के कारण टूटी मां दुर्गा की मूर्ति
दूसरे समुदाय के युवाओं ने गाने का विरोध करते हुए गाली-गलौज की और छत से पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। कहा जा रहा है कि पत्थरबाजी के कारण मां दुर्गा की मूर्ति टूट गई, जिससे विरोधी समुदाय के लोग प्रदर्शन करने लगे। आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान, दूसरे समुदाय के लोग एक युवक को घर के अंदर खींच ले गए और उसे गोली मार दी, जिससे रेहुवा मंसूर के रहने वाले रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई।