Tiger: डर के साये में जीने पर मजबूर लोग! पीलीभीत में किसान के घर रातभर बैठा रहा बाघ, वीडियो में देखिए दहशत में क्यों था पूरा गांव ? पीलीभीत में गुजरी रात को, किसान के घर में एक बाघ पहुंचा जिसने इलाके में हड़कंप मचा दिया था। किसान का परिवार ने खुद को घर में सुरक्षित रख लिया था। ग्रामीणों ने बाघ के प्रवेश की सूचना वन विभाग को पहुंचाई। इसके बाद वन विभाग की टीम और पुलिस फोर्स के साथ पहुंची और लगभग 12 घंटे की मेहनत के बाद बाघिन को सुरक्षित रेस्क्यू करके उसे मेडिकल परीक्षण के लिए टाइगर रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है।
गांव में उत्पात मचा रहे Tiger
डॉक्टरों की टीम ने जांच के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार बाघिन को मुक्त कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि यही बाघिन है जिसे पिछले तीन महीनों से जंगल के बाहर पिपरिया सन्तोष, मल्लपुर, जमुनिया और कई गांवों के आस-पास देखा जा रहा था। गांववालों ने बाघिन की रेस्क्यू के बाद अब शांति की सांस ली है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पास स्थित गांव अटकोना में, एक घर की दीवार पर बैठे बाघ की तस्वीरें भी सामने आई थीं। बीती रात को लगभग 12 बजे, सरदार सुखविंदर सिंह के घर में बाघ घुसा।
#WATCH | Uttar Pradesh: Forest department team rescues a tiger that entered a village in Pilibhit pic.twitter.com/E8P7V7M3Ir
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 26, 2023
कैसे पकड़ा गया Tiger ?
जानकारी के अनुसार पहले बाघिन ने सो रहे किसान पर हमले का प्रयास किया, लेकिन उसका प्रयास नाकाम रहा। इसके बाद पूरे परिवार और बच्चे ने अपनी सुरक्षा के लिए खुद को घर में बंद कर लिया और आस-पास के पड़ोसियों को फोन पर सूचना दी। इसके बाद सभी ग्रामीण मिलकर बाघ की तस्वीरें लेकर वन विभाग को सूचना दी। बाघ को नशे में डालकर उसको बचाने का कार्य किया गया। प्रात:काल, वन विभाग की टीम और विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने बाघिन को बहुत कठिनाईयों के बाद सुरक्षित रूप से बचाव किया और उसे चिकित्सा परीक्षण के लिए टाइगर रेस्क्यू सेंटर भेज दिया।
क्षेत्र में बढ़ रही बाघ की गतिविधि
सरदार जोगेंद्र सिंह ने बताया कि बाघ रात में 12 बजे आया था और रात भर सभी घरों में डर से बंद रहे। आज दोपहर में, वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रेंकुलाइज करके उसे ले जाया। डीएफओ नवीन खण्डेलवाल ने बताया कि रात भर बाघ ने चहलकदमी की और उसे पकड़ने में बड़ी मेहनत की गई है। यहां बाघों की संख्या अधिक हो रही है और उनकी लगातार गतिविधि देखी जा रही है। इस बाघिन को अब रेस्क्यू करके टाइगर रेस्क्यू सेंटर में चिकित्सा परीक्षण के लिए भेजा गया है। आगे के निर्णय को उच्च अधिकारियों के आदेश पर लिया जाएगा।