Shubhanshu Shukla Axiom-4 Launch: IAF ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने Axiom-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष की ऐतिहासिक उड़ान भरी। जानिए कैसे वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बनेंगे और क्या है इस मिशन की खासियत।
भारत का स्वाभिमान: शुभांशु शुक्ला
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला आज दोपहर 12 बजे ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुए। यह क्षण भारत के लिए अत्यंत गर्व का विषय है, क्योंकि शुभांशु ISS (इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन) तक पहुंचने वाले पहले भारतीय नागरिक बनेंगे। इससे पहले, 1984 में राकेश शर्मा सोवियत मिशन के तहत अंतरिक्ष गए थे, और अब चार दशकों बाद भारत फिर से सितारों की ओर कदम बढ़ा रहा है।
प्रस्थान से पहले शुभांशु का भावुक संदेश
लॉन्च से कुछ समय पहले शुभांशु शुक्ला ने देशवासियों को संबोधित करते हुए एक भावनात्मक संदेश साझा किया। उन्होंने कहा:
“यह मिशन न सिर्फ मेरे लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए एक अहम पड़ाव है। मैं सभी भारतीयों से इस अभियान की सफलता के लिए प्रार्थना करने का निवेदन करता हूं। याद रखिए, अगर दिल से चाहो तो तारे भी छूए जा सकते हैं।“
फ्लोरिडा से उड़ान: 28 घंटे की यात्रा के बाद पहुंचेगा ISS
Axiom-4 मिशन अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center) से लॉन्च हुआ है। यह अभियान SpaceX के Falcon 9 रॉकेट और एक नया Dragon स्पेसक्राफ्ट उपयोग कर रहा है। लगभग 28 घंटे की अंतरिक्ष यात्रा के बाद यह यान गुरुवार शाम 4:30 बजे ISS से docking करेगा।
14 दिनों का अंतरिक्ष प्रवास: विज्ञान और तकनीक पर फोकस
अंतरिक्ष में शुभांशु शुक्ला और उनके साथ गए 3 अन्य अंतरिक्ष यात्री करीब दो हफ्ते बिताएंगे। इस दौरान वे कई वैज्ञानिक प्रयोग, जीवन विज्ञान, और तकनीकी इनोवेशन से जुड़े प्रयोगों में भाग लेंगे। यह मिशन Axiom Space द्वारा संचालित है, जिसमें NASA और SpaceX की महत्वपूर्ण भूमिका है।
7 बार टला, अब जाकर लॉन्च संभव हुआ
इस मिशन की लॉन्चिंग पहले सात बार टल चुकी थी, जिसका कारण तकनीकी चुनौतियां और ISS मॉड्यूल में दबाव संबंधी समस्याएं थीं। लेकिन अब सभी ज़रूरी टेस्ट और तकनीकी निरीक्षण पूरे कर लिए गए हैं, और लॉन्च बिना किसी अड़चन के पूरा हुआ।
पूरे देश की नजरें, परिवार का आशीर्वाद
शुभांशु शुक्ला ने इस मिशन के लिए कड़ी ट्रेनिंग और तैयारियों को सफलतापूर्वक पूरा किया। उनके माता-पिता, रिश्तेदार और पूरे देश के लोग गर्व से उन्हें शुभकामनाएं भेज रहे हैं। लखनऊ, दिल्ली और बेंगलुरु सहित पूरे भारत में सोशल मीडिया पर उत्साह की लहर है।

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भारत को अंतरिक्ष से मिला गर्व का संदेश
अंतरिक्ष में पहुंचते ही शुभांशु शुक्ला ने यान से एक प्रेरणादायक संदेश भेजा:
“मेरे कंधे पर तिरंगा लहरा रहा है और यह बताता है कि भारत मेरे साथ है। मैं चाहता हूं कि देशवासी इस गौरवपूर्ण पल का हिस्सा बनें। जय हिंद!“
Shubhanshu Shukla Axiom-4 Launch
यह मिशन सिर्फ एक उड़ान नहीं, बल्कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए नई दिशा और प्रेरणा है। शुभांशु शुक्ला का यह कदम अगली पीढ़ी को वैज्ञानिक सोच और अंतरिक्ष अनुसंधान की ओर आकर्षित करेगा। भारत एक बार फिर अंतरिक्ष में अपने झंडे को गर्व से लहराने जा रहा है।