Sanjay Singh Arrest: चुनाव से पहले केजरीवाल को बड़ा झटका! ED के सिकंजे में फंसा केजरीवाल का ‘दुलारा’ संजय सिंह। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी कहे जाने वाले संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया हैं, उन्हें पार्टी का सबसे महत्वपूर्ण चेहरा माना जाता है। उनकी गिरफ्तारी से AAP पार्टी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा रहा है। वे चुनावी राज्यों के साथ ही पूर्वोत्तर और अन्य राज्यों में संगठन निर्माण में संदीप पाठक के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनकी भूमिका आम आदमी पार्टी में महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
AAP का एक और नेता पहुंचा जेल
ऐसे में उनकी गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी और खुद राज्यसभा सदस्य यानि संजय सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शराब घोटाले के मामले में 10 घंटे तक चली व्यापक जाँच के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। संजय सिंह की गिरफ्तारी एक्साइज जाँच के मामले में प्रमुख आरोपी दिनेश अरोड़ा के एजेंसी के गवाह बन जाने के बाद हुई है। संजय सिंह को गिरफ्तारी के बाद, आम आदमी पार्टी ने कहा कि जिनके सिर पर मां का आशीर्वाद होता है, उनको कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
कुख्यात टिकट ब्लैकिया और शराब घोटाले में सह आरोपी AAP सांसद संजय सिंह गिरफ्तार।। pic.twitter.com/iWReudNCbe
— Arun Yadav🇮🇳 (@beingarun28) October 4, 2023
Sanjay Singh की गिरफ्तारी पर आप का बयान
हर क्रांतिकारी को जेल जाना पड़ता है, आज संजय सिंह को भी यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। वे न डरे थे, न ही डरेंगे। वे अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे। साथ ही, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि संजय सिंह की गिरफ़्तारी बिलकुल अवैध है, और इससे मोदीजी की आलोचना की है। चुनावों तक, वे और भी विपक्षी नेताओं को गिरफ़्तार करने का प्रयास कर सकते हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद, संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी में बड़े पद पर उनकी जगह ली थीं। संजय सिंह AAP के दूसरे महत्वपूर्ण नेता बने, जो अरविंद केजरीवाल केकरीबी है।

सिसोदिया के बाद सेकंड इन कमांड संजय
संजय सिंह आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य हैं और उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता का पद भी संभालना है। उनका जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश और बिहार में पार्टी के संगठन की कमान है। वे चुनावी राज्यों के साथ-साथ पूर्वोत्तर और देश के अन्य राज्यों में संगठन निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधित्व और संबंध बनाने की भी जिम्मेदारी है। उनका दखल पार्टी के हर निर्णय में होता है, और उन्हें दूसरी पार्टियों के नेताओं के साथ मीटिंगों में भी देखा जाता है। उनकी गिरफ्तारी से साफ जाहिर होता है कि संजय सिंह AAP के लिए एक बड़ी कठिनाई का सामना कर रहे हैं।

Sanjay Singh केजरीवाल को बड़ा झटका
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद, आम आदमी पार्टी को यह एक बड़ा झटका पहुंचा है, जिसका सबसे बड़ा प्रभाव राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पड़ा है, क्योंकि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद संजय सिंह (Sanjay Singh) ही केजरीवाल के सहायक नेता बन गए थे। पार्टी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संजय सिंह (Sanjay Singh) के कंधों पर आई थीं। संजय सिंह का योगदान भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण था, और वे पार्टी के अहम फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।

संजय ने ली थी सिसोदिया की जगह
संजय सिंह (Sanjay Singh) यूपी के सुल्तानपुर से हैं और 2011 में उन्होंने अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय भाग लिया था। नवंबर 2012 में, जब आम आदमी पार्टी का गठन हुआ, तो वे पार्टी के मुख्य सदस्यों में शामिल हो गए थे। संजय सिंह वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं और आम आदमी पार्टी के मुखर नेता के रूप में माने जाते हैं, इसलिए वे पार्टी की ओर से विभिन्न मुद्दों पर आवाज उठाते हैं। उनकी सक्रिय भूमिका हिंदी भाषी राज्यों की राजनीति में व्यापक दिखती है, इसलिए पार्टी उन्हें महत्वपूर्ण स्थान पर रखती है।
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