पुणे के कल्याणीनगर में एक कार से Accident हुआ था जिसमें दो युवा इंजीनियरों की जान चली गयी थी इस कार को एक नाबालिग लड़का बहुत तेजी से चला रहा था सूत्रों से पता चला है की उस नाबालिग ने आपने दोस्तों के साथ शारब पी थी और शराब पीने के बाद वह कार चला रहा था और यह कार आरटीओ में रजिस्टर्ड नहीं थी। जिस कारण उस कार पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी। यह दुर्घटना सीसीटीवी रिकॉर्ड हुई थी अब Pune Porsche Accident Case में दांग कर देने वाली जानकारियां सामने आई हैं।
Pune Porsche Accident Case में हुआ बड़ा खुलासा:-
डॉक्टरों ने की हेराफेरी:-Pune Porsche Accident Case में हुआ बड़ा खुलासा पुलिस investigation में पता है कि जिस अस्पताल में नाबालिग के खून की जाँच करने के लिए नाबालिग का खून भेजा गया था उसी अस्पताल के दो डॉक्टरों खून के नमूनों में हेरफेर किया है लेकिन अब उन दोनों डॉक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इस हेरफेर में अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख भी शामिल हैं।
जाने डॉक्टरों को क्या सजा मिली:-सबूतों को नष्ट करने के आरोप और उनमें हेरफेर करने के जुर्म में दोनों डॉक्टरों के Against, IPC की धारा 120 बी, 467 और 201 दर्ज की गयी है। अब क्राइम ब्रांच उस व्यक्ति को ढूंढ रही है जिसके साथ ब्लड सैंपल बदला गया था। बहुत जल्द क्राइम ब्रांच उस व्यक्ति का भी पता लगा लेगी।
ड्राइवर को किया कैद:-क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया था कि ड्राइवर को फंसाने की नाबालिग के पिता और दादा ने जाल बनाया था। हादसे के बाद आरोपी के दादा और पिता ने नाबालिग को बचाने के लिए ड्राइवर को फंसाने की प्लानिंग की थी। ड्राइवर ने बताया कि Accident के तुरंत बाद ड्राइवर को नाबालिग का फोन आया। वह फोन पर पहले चिल्लाए।
और जबरन कार में बिठाकर आपने घर ले गए और उसे 2 दिन तक आपने घर में कैद करके रखा नाबालिग के पिता और दादा ने ड्राइवर डराया और धमकाया और Pune Porsche Accident Case का इल्जाम आपने सिर पर लेने के लिए ड्राइवर पर बहुत दबाव बनाया।
नाबालिग के पिता और दादा को किया गया गिरफ्तार:-ड्राइवर की शिकायत पर पुलिस ने नाबालिग के पिता और दादा को गिरफ्तार किया नाबालिग के पिता और दादा पर IPC की धारा 365 और 368 के तहत मुकदमा चलाया जायेगा