PMJDY: वित्त मंत्रालय का बड़ा दावा! “प्रधानमंत्री जन-धन योजना” के तहत खोले गए 51 करोड़ खाते, 2 लाख करोड़ से अधिक रकम खातों में जमा। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत अब तक कितने लाभार्थियों की संख्या है, कितने खाते खुले हैं और कितनी धनराशि जमा है? इस सभी का विवरण वित्त मंत्रालय ने संसद में प्रस्तुत किया है। वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने संसद में जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत अब तक देश भर में 51.04 करोड़ बैंक खाते खुला चुके हैं।
इस योजना की शुरुआत 9 साल पहले हुई थी और इसके अंतर्गत पीएमजेडीवाई स्कीम के 51 करोड़ बैंक खातों में अब तक 2.08 ट्रिलियन (2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) की रकम जमा की गई है. वित्त राज्यमंत्री ने संसद में लिखित जवाब में बताया है कि यह डेटा 29 नवंबर 2023 तक का है और जन-धन खातों में 2,08,855 करोड़ रुपये जमा हो गए हैं। इस स्कीम को लाने का उद्देश्य क्या था, इस पर वित्त राज्यमंत्री ने उत्तर दिया।
क्या है PMJDY (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana)
इस स्कीम के तहत, उन सभी वयस्कों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था जिनके पास बैंक खाता नहीं था। इसका उद्देश्य था कि वे भी बैंकिंग सुविधाओं का उपयोग कर सकें और एक मौलिक बैंक खाता खोल सकें। इससे उन्हें सरकारी योजनाओं की सब्सिडी का लाभ होगा और वित्तीय समावेशन में भागीदारी मिलेगी। यह एक राष्ट्रीय मिशन है जो देशवासियों को वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में समाहित करने के उद्देश्य से 28 अगस्त 2014 को प्रारंभ किया गया था। इसमें मुद्रा योजना और स्टैंडअप इंडिया योजना जैसी कई अन्य वित्तीय समावेशन योजनाएं शामिल हैं, नामकरण का यह एक हिस्सा है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) की मुख्य अपडेट्स:
- 22 नवंबर 2023 तक 4.3 करोड़ PMJDY खातों में जीरो बैलेंस है, क्योंकि इन खातों में मिनिमम बैलेंस की आवश्यकता नहीं है।
- ग्रामीण और सेमी-अर्बन एरिया में खुले गए इन खातों में से 55.8 फीसदी खाते महिलाएं ने खोले हैं।
- 29 नवंबर 2023 तक लगभग 34.67 करोड़ रुपए के डेबिट कार्ड्स PMJDY खाताधारकों को प्रदान किए गए हैं।
- ओवरड्राफ्ट सीमा 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये तक बढ़ाई गई है।
- RuPay कार्ड धारकों के लिए 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक दुर्घटना बीमा कवर दिया जाता है।
- PMJDY स्कीम में फ्लेक्सी-रिकरिंग डिपॉजिट जैसे माइक्रो फाइनेंस का कोई इनबिल्ट प्रावधान नहीं है। हालांकि, जन-धन बैंक खाता धारक अपने बैंक से माइक्रो-फाइनेंस का उपयोग कर सकते हैं।
किसे मिलता है PMJDY (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) लाभ
इस योजना में प्राइवेट बैंकों को भी शामिल होने की आवश्यकता है, इस पर फाइनेंस सर्विस सेक्रेटरी ने बताया है। 20वें ग्लोबल इंक्लूसिव फाइनेंस समिट में, विवेक जोशी ने जन-धन बैंक खातों (PMJDY) के महत्व को उजागर किया। उन्होंने कहा है कि प्राइवेट सेक्टर के बैंकों को सरकार के फाइनेंशियल इंक्लूजन पहलुओं में भागीदारी करनी चाहिए, जैसे कि पीएमजेडीवाई और पब्लिक सेफ्टी। विवेक जोशी ने यह भी कहा है कि जहां पब्लिक सेक्टर के बैंक सक्रिय रूप से योजना में शामिल हो रहे हैं, वहीं प्राइवेट बैंक ऐसा अभी तक नहीं कर रहे हैं।
इसलिए, उन्हें इसमें भागीदारी करने की जरूरत है, जिससे सरकार की महत्वपूर्ण योजना को सफलता मिले और देशवासियों को वित्तीय समावेशन का लाभ मिले। 11 दिसंबर 2023 को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान, वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में PMJDY से संबंधित निम्नलिखित प्रश्न पूछे गए थे:
- (A) प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) की शुरुआत के बाद से कितने साल हो गए हैं?
- (B) सरकार ने इस योजना से अब तक क्या उपलब्धियां प्राप्त की हैं?
- (C) देश में पीएम-जनधन योजना की वर्तमान स्थिति और इसका अमल करने के तरीके क्या हैं?
- (D) इसको लागू करते समय सरकार को कौन-कौन सी चुनौतियां आई हैं?
- (E) क्या सरकार ने उस लक्ष्य को हासिल किया है जिसके लिए PMJDY की शुरुआत की गई थी, और यदि हां, तो इसका विवरण भी बताएं.
- (F) जनधन योजना (PMJDY) के अंतर्गत महिलाएं कितने खाते खोल चुकी हैं और गाँवों या सेमी-अर्बन क्षेत्रों में स्थिति क्या है?