Petrol Diesel Crisis: मध्यप्रदेश में मोहन यादव के राज में ठप्प हुई परिवहन व्यवस्था! सूख गए भोपाल-इंदौर के पेट्रोल पंप। देशभर में आंदोलन की ओर बढ़ते हुए ट्रक चालकों का प्रभाव दिखाई देने लगा है। राजधानी भोपाल के बारे में बात करें तो यहां पर ट्रक चालकों की हड़ताल का असर प्रतिष्ठान्ता प्राप्त कर रहा है। शहर के कई पेट्रोल पंपों पर ईंधन की कमी हो गई है। जैसे ही सामान्य लोगों को यह पता चला कि बसों के साथ ही ट्रकों के चालक भी हड़ताल पर गए हैं, इसके कारण पेट्रोल की आपूर्ति में विघ्न हो सकता है।
Bhopal Petrol Pump Dry (Bhopal Petrol Diesel Crisis)
इस भय के कारण लोगों ने अपनी गाड़ी की टैंक भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर पहुंचा। लेकिन अब, सूरज ढलते-ढलते भी लोगों ने लंबी कतिपय कतिपय लाइन में खड़ा होने के बावजूद, कई वाहन चालकों को हाथ ही खाली होते हुए लौटना पड़ रहा है। वे पेट्रोल पंपों पर फ्यूल उपलब्ध हैं, वहां भी भारी भीड़ जमी हुई है। वाहन चालक लाइन में खड़े होकर पेट्रोल और डीजल प्राप्त करने के लिए प्रयासरत हैं।
Bhopal Petrol Pump Runs Out of Fuel
यह देखना महत्वपूर्ण है कि यदि ट्रक चालकों की हड़ताल समाप्त नहीं होती है, तो सामान्य लोग और भी अधिक परेशान हो सकते हैं। क्योंकि जब आम जनता को सब्जी और दूध जैसी रोजमर्रा सामग्री पहुंचाने में समस्या होती है, तो इसके कारण सब्जी और दूध के दामों में भी वृद्धि हो सकती है। Petrol Diesel Crisis बता दें कि बस और ट्रक चालक आंदोलन कर रहे हैं, जो “हिट एंड रन” कानून में किए गए संशोधन के खिलाफ हैं।
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