Farooq Nazki: साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध कश्मीरी कवि और वरिष्ठ पत्रकार फारूक नाजकी का दुःखद निधन। मंगलवार देर रात कश्मीरी भाषा के मशहूर कवि और वरिष्ठ पत्रकार मीर मोहम्मद फारूक नाजकी ने 83 वर्ष की उम्र में कटरा के एक निजी अस्पताल में अंतिम साँस ली। बताया जा रहा है कि बीते कुछ समय से उनका स्वस्थ्य ख़राब चल रहे था। जिसके चलते वे अस्पताल में भर्ती भी रहे थे।
इसी बीच 6 फरवरी मंगलवार की रात अचानक हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई। आपको बता दें मीर मोहम्मद फारूक नाजकी के परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। वह अपने बेटे के साथ जम्मू में रह रहे थे और उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से कश्मीरी साहित्य को नई ऊचाइयों पर पहुँचाया था। फारूक नाजकी जितने अच्छे लेखक थे उतने ही उम्दा पत्रकार भी था। साथ ही उन्होंने कई वर्षों तक आकाशवाणी और दूरदर्शन में महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं भी दीं थी।

कौन है Farooq Nazki?
वैसे तो मीर मोहम्मद फारूक नाजकी कई पुरस्कारों से सम्मानित किए गए है पर इन सब में सबसे विशेष है कश्मीरी भाषा के साहित्य अकादमी पुरस्कार। उन्हें वर्ष 1995 में अपनी कविता संग्रह ‘नार ह्युतुन कंज़ल वानास’ यानि फायर इन द आईलैशेज के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। आपको बता दें फारूक नाजकी कश्मीरी और उर्दू भाषा के बड़े विद्वानों में से एक थे।