Pandit Pradeep Mishra ने बताया प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर 5 बेलपत्र चढ़ाने का महत्व और पूजा विधि। हिन्दू धर्म में भगवान शिव को महादेव या भोलेनाथ के नाम से जाना जाता है, और उनकी पूजा अत्यंत महत्वपूर्ण है। भगवान शिव की पूजा का अधिकतर समय सोमवार को की जाती है, जिसे उनका व्रत माना जाता है। सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है और भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि प्रत्येक सोमवार क्यों 5 बेलपत्रों की पूजा की जाती है और इसका क्या महत्व है, साथ ही यह भी देखेंगे कि इस पूजा की सही विधि क्या है।
प्रदीप मिश्रा से जानिए बेलपत्र का महत्व
सीहोर वाले गुरु जी के नाम से प्रसिद्ध कुबेरेश्वर धाम के महंत और पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) कहते है बेलपत्र (Belpatra) एक त्रिकोणाकार पत्ता होता है, जो भगवान शिव, ब्रह्मा, विष्णु और महेश की तीन आंखों को प्रतिनिधित करता है। ये तीन आँखें, जिन्हें शक्तियाँ भी कहा जाता है, निर्णय लेने, क्रिया करने और ज्ञान से जुड़ी हुई हैं। इसलिए सभी मनुष्यों को प्रत्येक सोमवार को बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना चाहिए। इतना ही नहीं बेलपत्र पेड़ को जैन धर्म में भी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ ने इसी वृक्ष के नीचे निर्वाण प्राप्त किया था।
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1. शिवलिंग पूजा का महत्व:
Pandit Pradeep Mishra के अनुसार प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पूजा का आयोजन करने से भगवान शिव के प्रति भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है। यह एक मानसिक और आध्यात्मिक अनुभव होता है जिसके माध्यम से भक्त अपने आप को दिव्य शक्तियों के साथ जोड़ते हैं। सोमवार को शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व होता है, जिससे भगवान शिव के प्रति भक्त की श्रद्धा और प्रेम दर्शाने का प्रतीक होता है।
2. पूजा की विधि: सोमवार को शिवलिंग पूजा करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
- सफाई और तैयारी: पूजा करने से पहले, अपने श्रीवत्स और कपाल धोकर साफ करें। फिर आपको सफाई और तैयारी करनी होती है।
- पूजा स्थल: पूजा स्थल को साफ़ और शुद्ध बनाएं। एक छोटी सी पूजा मंडप या आसन तैयार करें जहां आप शिवलिंग को स्थापित करेंगे।
- शिवलिंग स्थापना: एक शिवलिंग को पूजा स्थल पर स्थापित करें। उसे पूर्व दिशा में स्थापित करने का प्रयास करें, और इसके पास एक छोटा सा कलश रखें।
- पूजा सामग्री: आपको शिवलिंग की पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:
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Pandit Pradeep Mishra के अचूक उपाय
- पांच बेलपत्र
- गंगा जल या पवित्र जल
- धूप बत्ती और दीपक
- अगरबत्ती
- फूल (पुष्प)
- चावल
- दूध
- घी
- शक्कर
सोमवार को इस विधि से करें पूजा
- पूजा प्रारंभ: Pandit Pradeep Mishra कहते है पूजा को आरम्भ करने से पहले अपने हाथ धोकर उपवासी भवन वाले रूप में तैयार हो जाएं। उसके बाद, अपने मन को शिव की ओर ध्यान केंद्रित करें और अपनी इच्छाशक्ति को शिव की पूजा के लिए संज्ञान में लाएं।
- पूजा का अभिषेक: शिवलिंग को गंगा जल या पवित्र जल से स्नान कराएं। उसके बाद धूप बत्ती की लौ पर लगाकर शिवलिंग के सामने पूजा करें।
- बेलपत्र चढ़ाएं: अब पांच बेलपत्रों को अपने हाथ में लें और उन्हें शिवलिंग के चारों ओर बेलपत्रों को धीरे-धीरे चढ़ाएं। एक बेलपत्र को शिवलिंग पर स्थापित करें, और चार बेलपत्रों को चारों दिशाओं में चढ़ाएं (उत्तर, पश्चिम, दक्षिण, पूर्व)।
- प्रार्थना और आरती: पूजा के बाद अपनी प्रार्थना करें और शिवलिंग की आरती उतारें। इसके बाद, प्रसाद चढ़ाएं और उसे भगवान शिव को समर्पित करें।
- व्रत खत्म: पूजा के बाद, अपना व्रत खत्म करें और नियमित जीवन में शिव की पूजा का पालन करने का संकल्प लें।
3. समापन – Pandit Pradeep Mishra ने आगे बताया सोमवार को शिवलिंग पूजा का आयोजन करने से आप भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा का प्रकटीकरण करते हैं, और आपके जीवन में शांति और सुख का आभास होता है। पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा बताए गए इस पूजा विधि का पालन करके, आप अपने आत्मा को शिव के आदर्शों के साथ जोड़ सकते हैं और आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
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