National Technology Day: आज तकनीकि दिवस के अवसर पर जानिए भारत ने पाकिस्तान और अमेरिका को चकमा देकर कैसे किया पोखरण परमाणु परीक्षण। 11 मई एक विशेष दिन है भारतीय इतिहास में, क्योंकि आज हम राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मना रहे हैं। इसी दिन, भारत ने परमाणु परीक्षण किया था।
‘परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण’ फिल्म देखने वालों को यह बात अच्छे से मालूम होगी कि यह परीक्षण आसान नहीं था। इस परीक्षण ने भारत को विश्व के प्रमुख देशों की श्रृंखला में शामिल किया। इसमें अटल बिहारी वाजपेयी और एपीजे अब्दुल कलाम जैसे महान वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण योगदान दिया जाता है, जिन्होंने भारत को परमाणु शक्ति देने का सपना देखा और साकार किया।
National Technology Day
11 मई को राजस्थान के पोखरण में तीन परमाणु परीक्षण हुए थे, जिसे बाद में ‘ऑपरेशन शक्ति’ के नाम से जाना गया। इसी दिन को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण II हुआ था। पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के पास भारत ने इन परीक्षणों को किया था।
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खेतोलाई से 5 किमी दूर फायरिंग रेंज में 26 साल पहले आज ही के दिन एक के बाद एक तीन विस्फोट हुए। ये विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि पूरा इलाका गूंज उठा और आसमान में विस्फोट का धुंध उठ रहा था। इसके बाद, 13 मई को वैज्ञानिकों ने न्यूक्लियर परीक्षण किया था।
अमेरिका की जासूसी नहीं काम की, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी इस भयंकर घटना के बाद देश के इसी इलाके में पहुंचे थे। जब भारत ने परमाणु शक्ति होने का ऐलान किया, तो पूरी दुनिया हैरान रह गई थी, क्योंकि अमेरिका समेत किसी भी खुफिया एजेंसी को इसका पता नहीं चला था।