MP शिवपुरी, अशोकनगर और आसपास के जिलों में बारिश ने बढ़ाई मुसीबतें, कई लोग बहे, बच्चे की तलाश जारी
MPमध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर से कहर बनकर टूटा है। प्रदेश के 19 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, विदिशा और अन्य जिलों में बीते 24 घंटों में मूसलधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बारिश बनी मुसीबत: शिवपुरी में बहे 3 लोग, महिला की मौत
शिवपुरी जिले में भारी बारिश के कारण कई नाले और छोटी नदियां उफान पर हैं। रविवार को जिले के बदरवास क्षेत्र में एक महिला अपने पति और बेटे के साथ बाइक से जा रही थी, तभी वह तेज बहाव वाले नाले में बह गई। महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके पति और बेटा किसी तरह बाहर निकले।
वहीं, शिवपुरी शहर के पास एक और घटना में दो युवक तेज बहाव में बह गए। दोनों युवक किसी काम से बाहर निकले थे, लेकिन पानी के तेज बहाव में फंसकर जान जोखिम में डाल बैठे। SDRF की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद एक युवक को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन दूसरा अभी लापता है।

अशोकनगर में मासूम की तलाश जारी
अशोकनगर जिले में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। जिले के एक गांव में ढाई साल का बच्चा घर के पास खेलते समय अचानक लापता हो गया। संदेह है कि बच्चा तेज बहाव वाले पानी में गिर गया है। बचाव दल लगातार तलाश कर रहा है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है और प्रशासन भी राहत एवं बचाव में जुटा है।
19 जिलों में अलर्ट: कौन-कौन से जिले प्रभावित
मौसम विभाग ने राज्य के 19 जिलों के लिए विशेष चेतावनी जारी की है। इन जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है। अलर्ट वाले जिलों में प्रमुख हैं:
- शिवपुरी
- अशोकनगर
- गुना
- विदिशा
- रायसेन
- सीहोर
- भोपाल
- होशंगाबाद
- नरसिंहपुर
- छिंदवाड़ा
- बालाघाट
- सिवनी
- मंडला
- डिंडोरी
- जबलपुर
- कटनी
- उमरिया
- अनूपपुर
- शहडोल
इन जिलों में प्रशासन ने स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और लोगों को नदियों और नालों के पास जाने से मना किया गया है।
सड़कों पर भरा पानी, यातायात प्रभावित
राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है। कई निचले इलाकों में पानी घरों तक घुस गया है। शिवपुरी और गुना जैसे इलाकों में सड़कें तालाब जैसी दिखाई देने लगी हैं। कई जगहों पर पेड़ गिरने और बिजली के खंभे टूटने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।
प्रशासन ने शुरू किया राहत कार्य
राज्य सरकार और जिला प्रशासन की टीमें पूरी तरह एक्टिव मोड में हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। साथ ही निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
जिलों में कंट्रोल रूम एक्टिव कर दिए गए हैं, जहां लोग किसी भी आपात स्थिति में संपर्क कर सकते हैं। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से भी लगातार अपडेट दिया जा रहा है।
बारिश का दौर रहेगा जारी
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। अरब सागर से उठे सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में लगातार बारिश हो रही है। विशेषकर पश्चिम और मध्य क्षेत्रों में मानसून पूरी तरह सक्रिय है।
सावधानी ही सुरक्षा
प्रशासन की ओर से लोगों को यह सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। नदियों, पुलों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन पर संपर्क करें और बच्चों को अकेले बाहर न जाने दें।
किसानों की चिंता बढ़ी
बारिश से किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। कई इलाकों में फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे नुकसान की आशंका है। विशेषकर सोयाबीन और मक्का की फसलों पर इसका नकारात्मक असर देखा जा सकता है। कृषि विभाग की टीमें फसलों का निरीक्षण कर रही हैं और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
शिक्षा व्यवस्था पर असर
भारी बारिश का असर स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पर भी पड़ा है। कई जिलों में स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां स्कूलों तक पहुंचने का रास्ता पानी में डूब गया है, वहां विद्यार्थियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।

MP के 19 जिलों
मध्य प्रदेश में इस समय मौसम का मिजाज बदला हुआ है और यह सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर रहा है। शिवपुरी और अशोकनगर जैसी जगहों से जो घटनाएं सामने आई हैं, वे चेतावनी देती हैं कि हम सभी को बारिश के इस दौर में विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। प्रशासन अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन आम नागरिकों को भी सुरक्षा के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।