CM ममता दीदी: पश्चिम बंगाल की CM ममता दीदी हिंदू नहीं मुसलमान है… जानिए क्या सोशल मीडिया पर वायरल दावों का सच ? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में प्रेम और सम्मान के साथ ‘दीदी’ के नाम से पहचाना जाता है, जो की उनकी राजनीतिक पहचान भी है। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख के नाम को लेकर बड़ा दावा किया है। उनके मुसलमान होने का दावा किया गया है।
क्या है CM ममता दीदी के नाम से जुड़ा मामला ?
दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया गया कि CM ममता बनर्जी (CM ममता दीदी) का असली नाम मुमताज मासामा खातून है और इसका उद्देश्य पश्चिम बंगाल की मुस्लिम धार्मिक पहचान को साबित करना है। यह पोस्ट पांच दिन पहले फेसबुक पर राजेश भारद्वाज नामक यूजर द्वारा साझा की गई थी, जिसमें अप्रैल के एक मुंबई से छपे अखबार की कटिंग शामिल थी। उस खबर का शीर्षक था – “शायद ही किसी को मालूम हो ममता बनर्जी का असली नाम।”
CM ममता दीदी हिंदू है या मुसलमान ?
एक वायरल पोस्ट में यह कथन देखा गया, “क्या आप जानते हैं कि ममता बनर्जी का असली नाम है… मुमताज मासामा खातून! जिस प्रकार सोनिया गांधी का असली नाम एंटोनिया एडिवगे अल्विना है, ठीक उसी तरह ममता बनर्जी के बारे में एक बड़ा रहस्य सामने आया है।” सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर करने के बाद, लोगों ने विविध टिप्पणियाँ देना शुरू कर दी। हालांकि, जब फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने इसे जांचा, तो सच्चाई थोड़ी और अलग निकली।”
TMC की प्रमुख ने BJP को दी सफाई
टीएमसी के सुप्रीमो ने नामांकन पत्र के अनुसार, दीदी का असली नाम ममता बनर्जी है। दिसंबर 2021 में, जब बीजेपी को घेरा जा रहा था, ममता बनर्जी ने कहा था, “मैं ब्राह्मण हूं, मुझे बीजेपी से प्रमाणपत्र नहीं लेने की आवश्यकता है।” बाद में पता चला कि ममता बनर्जी हिंदू हैं और वे ब्राह्मण जाति से संबंधित हैं। इसका मतलब है कि टीएमसी के संबंध में जो वायरल दावा था (टीएमसी के चीफ का असली नाम मुमताज मासामा खातून है), वह पूरी तरह से झूठा है।