Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ?

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Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ?
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Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ? मध्य प्रदेश के आदिवासी अधिकांश क्षेत्रों में महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पिछले साल इसे ‘प्राचीन शराब’ के रूप में मान्यता देकर इसके निर्माण की अनुमति दी थी।

“गोवा की फेनी और केरल की टोडी के बाद, मध्य प्रदेश के पारंपरिक महुआ शराब की बिक्री भी प्रारंभ हो गई है, और इस पर काफी चर्चा हो रही है। आदिवासियों को सशक्त बनाने और आगे बढ़ाने के लिए, राज्य द्वारा महुआ (Mahua Heritage Liquor) शराब के ऐतिहासिक उपयोग की पुनर्चित्रण की जा रही है। पिछले साल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महुआ की बिक्री की अनुमति दी थी, और इसके बाद से मध्य प्रदेश में महुआ (Mahua Heritage Liquor) की बिक्री शुरू हो गई है।

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Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ?

सांस्कृतिक धरोहर को भी सुरक्षित रखने के लिए।

वर्तमान में, मध्य प्रदेश के होटलों में, जैसे कि ताज और जेडब्ल्यू मैरिएट, लोगों को महुआ का स्वाद चखाया जा रहा है। महुआ शराब महुआ (Mahua Heritage Liquor) के फूल से बनाई जाती है, और इसे सदियों से आदिवासी जनजात कों की रोजमर्रा की जीवनशैली का हिस्सा रहा है, और इसे ब्रिटिश शासनकाल में प्रतिबंधित कर दिया गया था।

महुआ शराब के साथ जुड़े हुए है, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने इस ऐतिहासिक शराब को एक नया रूप देने का निर्णय लिया है। वर्तमान में, इसे मोंड और मोहुलो नामक दो ब्रांड के तहत बेचा जा रहा है, जिससे इसकी विशेषता बढ़ रही है।

Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ?

महुआ (Mahua Heritage Liquor) की शराब का परिक्रमण इस रूप में बढ़ रहा है क्योंकि यह अपने साथी दावपेच के साथ आज भी सम्बंधित है, लेकिन एक नई दिशा में। यह सरकार के प्रयासों का हिस्सा है आदिवासी समुदायों को आर्थिक रूप से सहायक होने के साथ-साथ उनके सांस्कृतिक धरोहर को भी सुरक्षित रखने के लिए।

जनवरी में, मध्य प्रदेश के भिलाला जनजाति समूह ने अलीराजपुर जिले के काठियावाड़ा ब्लॉक में राज्य का पहला महुआ (Mahua Heritage Liquor) प्लांट उगाया था. आठ महीने बाद, मालिकों की चिंता बढ़ गई। एक ओर, अब तक कोई शराब की बोतल नहीं बिकी थी, और दूसरी ओर किसान और कर्मचारी अपने भुगतान के लिए दबाव डाल रहे थे। वे इस धमकी देने तक पहुंच गए कि अगर उनके पेमेंट नहीं होती, तो वे आगे काम नहीं करेंगे।

Mahua Heritage Liquor मंजूरी देकर इसके निर्माण की अनुमति

एक दिन, प्लांट की प्रबंधक अंकिता भाबर को डिस्ट्रिक्ट एक्जाइज़ इंचार्ज ब्रिजेंद्र कोरी का फोन आया, और उन्हें महुआ हेरिटेज लिकर का आदेश मिला। महुआ को हेरिटेज लिकर के रूप में घोषित करने और बिक्री की अनुमति देने का यह आदेश शिवराज सरकार से एक साल बाद मिला था। इस आदेश के बाद, सरकार की ओर से लगातार एक के बाद एक आदेश प्राप्त होने लगे।

Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ?

‘मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में महुआ दारू का निर्माण किया जा रहा है, जिसे ‘मॉन्ड’ ब्रांड के तहत विपणन किया जा रहा है। इसकी 720 मिलीलीटर बोतल की मूल्य 800 रुपये है, और 180 मिलीलीटर की बोतल 200 रुपये में बेची जाती है। दारू की बिक्री से प्लांट ने अब तक 20 लाख रुपये की आय की है। ‘मॉन्ड’ के 320 बॉक्स अब तक बिक चुके हैं, हर बॉक्स में 750 मिलीलीटर कुल 12 बोतलें होती हैं।’

महुआ शराब का उत्पादन मध्य प्रदेश के आदिवासी अन्य प्रान्तों में विकसित हो रहा है। गत वर्ष, शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इसे हेरिटेज शराब के रूप में मंजूरी देकर इसके निर्माण की अनुमति दी थी।

Mahua Heritage Liquor: मध्यप्रदेश की महुआ हेरीटेज शराब में क्या है खास ?

आगामी महीने, सितंबर में, गोंड आदिवासियों ने महुआ उत्पादन प्लांट की स्थापना की। गोंड आदिवासी जनसमुदाय डोंडौरी जिले में निवास करता है। यह प्लांट जिले के भखा मल गांव में स्थापित किया गया है। यहां निर्मित महुआ शराब का बिक्री ‘Mohulo’ नाम से की जाती है। रेट की बात करने पर, मोंड और मोहुलो दोनों एक ही मूल्य पर बेची जाती है।

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