कांवड़ यात्रा में अश्लीलता पर भड़कीं Anuradha Paudwal, बोलीं- धर्म के नाम पर पाखंड बंद हो

Sanskar09

कांवड़ यात्रा में अश्लीलता पर भड़कीं Anuradha Paudwal, बोलीं- धर्म के नाम पर पाखंड बंद हो
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Anuradha Paudwal Reaction: अनुराधा पौडवाल ने जताई नाराज़गी, कांवड़ यात्रा में डांस को बताया अपमानजनक।
देशभर में सावन के पावन महीने में कांवड़ यात्रा का धार्मिक आयोजन श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से जल लेकर भगवान शिव का अभिषेक करने निकलते हैं। लेकिन इस बार यात्रा से जुड़ा एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने श्रद्धालुओं को गुस्से में भर दिया है।

वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोग कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क पर अश्लील डांस करते नजर आ रहे हैं। इसे देखकर न केवल आम लोग, बल्कि देश की जानी-मानी भजन गायिका अनुराधा पौडवाल भी आहत हो गईं। उन्होंने इस तरह के बर्ताव को धर्म का अपमान बताया और सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई।


अनुराधा पौडवाल ने किया कड़ा विरोध
भक्ति गीतों की प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल ने इंस्टाग्राम पर एक वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा,
“कांवड़ यात्रा में हो रहा यह अश्लील डांस बंद हो, यह सब बंद कीजिए।”

उनका ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग उनके समर्थन में उतर आए हैं और धार्मिक आयोजनों में मर्यादा बनाए रखने की मांग कर रहे हैं।

कांवड़ यात्रा में अश्लीलता पर भड़कीं Anuradha Paudwal, बोलीं- धर्म के नाम पर पाखंड बंद हो

सोशल मीडिया पर लोगों ने भी जताया विरोध
जैसे ही ये वीडियो सामने आया, सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी खुलकर अपनी राय रखी। कई लोगों ने लिखा कि इस तरह का व्यवहार धार्मिक आस्था का मज़ाक उड़ाने जैसा है। एक यूज़र ने लिखा,
“आजकल कुछ लोग कांवड़ नहीं, पाखंड लेकर चल रहे हैं। जो सच में आस्था से जुड़े हुए हैं, उन्हें भी बदनाम कर रहे हैं।”

वहीं, एक और कमेंट था,
“धर्म के नाम पर अधर्म का रास्ता अपनाया जा रहा है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।”


कांवड़ यात्रा की पवित्रता पर सवाल
कांवड़ यात्रा का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है। इस यात्रा के जरिए शिवभक्त अपने तन, मन और आचरण को शुद्ध करने का प्रयास करते हैं। लेकिन जब इस तरह के वीडियो वायरल होते हैं, तो पूरी यात्रा की छवि पर सवाल खड़े हो जाते हैं।

धार्मिक आयोजनों में अनुशासन और आस्था का पालन किया जाना चाहिए, न कि उन्हें मनोरंजन का साधन बना देना चाहिए।


भक्ति और भव्यता के बीच संतुलन ज़रूरी
कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन भी हर साल सख्त इंतजाम करता है। लेकिन कुछ लोगों की हरकतें पूरे आयोजन की मर्यादा को ठेस पहुंचा देती हैं। आयोजकों को भी चाहिए कि वह ऐसे मामलों पर नजर रखें और तुरंत कार्रवाई करें।

कांवड़ यात्रा में अश्लीलता पर भड़कीं Anuradha Paudwal, बोलीं- धर्म के नाम पर पाखंड बंद हो

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अनुराधा पौडवाल फिर से चर्चा में
अनुराधा पौडवाल इन दिनों चर्चा में बनी हुई हैं। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में संगीत जगत से जुड़ी कई बातें साझा कीं। उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लता मंगेशकर और आशा भोसले ने साइडलाइन किया था?

इसके जवाब में उन्होंने साफ कहा,
“ऐसी बातें सिर्फ भारत में होती हैं कि किसी ने किसी का करियर खराब कर दिया। मैं लता जी और आशा जी दोनों का सम्मान करती हूं।”

इस बयान से साफ है कि अनुराधा पौडवाल न केवल भक्ति संगीत की दुनिया में सशक्त आवाज़ हैं, बल्कि वो सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को लेकर भी बेहद सजग हैं।


Anuradha Paudwal Reaction

कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक है। ऐसे में यदि कुछ लोग इसमें अनुशासनहीनता लाते हैं, तो यह पूरे आयोजन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है। अनुराधा पौडवाल जैसी वरिष्ठ कलाकार का इस विषय पर बोलना दर्शाता है कि भक्ति सिर्फ गाने तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

हर व्यक्ति को चाहिए कि वह धार्मिक आयोजनों में अपनी भूमिका को समझे और उन्हें पवित्र बनाए रखने में सहयोग करे।

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