कटरा में भूस्खलन: जम्मू के कटरा में मूसलाधार बारिश के कारण वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ, जिसमें 5 श्रद्धालु घायल हो गए। जानें हादसे की पूरी जानकारी और प्रशासन की कार्रवाई।
कटरा में भारी बारिश के चलते भूस्खलन, वैष्णो देवी मार्ग पर यात्रियों को बड़ा झटका
जम्मू-कश्मीर के कटरा इलाके में हाल ही में भारी बारिश का कहर देखने को मिला। इसी बारिश के चलते माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर बाणगंगा के पास एक बड़ा भूस्खलन हुआ। रविवार और सोमवार की रात से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार सुबह लगभग 8 बजे यह हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 5 श्रद्धालु घायल हो गए हैं, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
कटरा में भूस्खलन की मुख्य जगह: बाणगंगा के पास
श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले श्रद्धालु जब वापसी के रास्ते पर थे, तब अचानक बाणगंगा क्षेत्र में स्थित गुलशन कुमार लंगर के समीप पहाड़ों से भारी मात्रा में पत्थर और मिट्टी नीचे गिर पड़ी। इसके कारण ट्रैक पर बना एक शेड पूरी तरह से धराशायी हो गया, साथ ही सुरक्षा रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई। यह हादसा इतना अचानक हुआ कि कई श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए।
घायल श्रद्धालुओं का उपचार
हादसे की सूचना मिलते ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। प्राथमिक उपचार के लिए घायलों को सबसे पहले कटरा के उप जिला अस्पताल पहुंचाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए उन्हें नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भेजा गया।

चश्मदीदों की जुबानी हादसा
एक प्रत्यक्षदर्शी यात्री ने बताया कि वह जैसे ही दर्शन कर वापस लौट रहे थे, उस वक्त तेज बारिश हो रही थी। बाणगंगा के पास पहुंचते ही अचानक पहाड़ी से मिट्टी और पत्थर तेजी से लुढ़कने लगे। उन्होंने बताया कि कई श्रद्धालुओं ने किसी तरह दौड़कर अपनी जान बचाई, लेकिन कुछ लोग सीधे मलबे की चपेट में आ गए।
मलबा हटाने का कार्य जारी
भूस्खलन के बाद ट्रैक पर भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया है। इसे हटाने के लिए जेसीबी मशीनें और श्राइन बोर्ड की टीमें लगातार काम कर रही हैं। हालांकि लगातार हो रही बारिश रेस्क्यू और क्लियरेंस ऑपरेशन में सबसे बड़ी बाधा बन रही है। फिर भी प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि मार्ग को जल्दी से जल्दी साफ किया जा सके।
यात्रा पर असर लेकिन दर्शन जारी
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने यह साफ किया है कि भूस्खलन की घटना के बावजूद माता वैष्णो देवी यात्रा को बंद नहीं किया गया है। दर्शन अब भी जारी हैं और ट्रैक की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

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प्रशासन की तत्परता बनी राहत
हादसे के तुरंत बाद प्रशासन की सक्रियता ने स्थिति को नियंत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाई। राहत और बचाव दलों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को निकाला और उन्हें मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई। श्राइन बोर्ड की टीम और सुरक्षाकर्मी अब भी मौके पर डटे हुए हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने पहले ही जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। कटरा भी उन्हीं इलाकों में से एक था, जहां अत्यधिक वर्षा के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बना रहता है। ऐसे में यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।
श्रद्धालुओं के लिए सलाह
- यात्रा के दौरान मौसम का पूर्वानुमान चेक करें।
- प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
- तेज बारिश के समय ऊंचाई वाले क्षेत्रों से दूरी बनाकर रखें।
- सुरक्षित स्थानों पर ही रुकें और अनावश्यक जोखिम से बचें।
निष्कर्ष
कटरा में हुआ यह हादसा प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता को दिखाता है, खासकर जब यात्रा मार्ग पहाड़ी और संवेदनशील इलाकों में हो। प्रशासन की तत्परता और श्रद्धालुओं की सावधानी से ही इस तरह की घटनाओं से बड़ा नुकसान टाला जा सकता है। श्रद्धालुओं को चाहिए कि वे मौसम और मार्ग की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी लेकर ही यात्रा करें।