jan suraaj party:बिहार की सियासत में हलचल तेज,,,प्रशांत किशोर ने दिए BJP से गठबंधन के संकेत।राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज का गठन हो चुका है, लेकिन पार्टी के बनने के साथ ही उन पर बीजेपी की ‘बी टीम’ होने की चर्चा शुरू हो गई।
इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि उनके 2 अक्टूबर के अधिवेशन में यादव और मुस्लिम समुदाय के लोग अपेक्षा से कम संख्या में शामिल हुए। ऐसा माना जा रहा है कि मुस्लिम समाज को अब भी शक है कि प्रशांत किशोर बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं, और उनकी पार्टी से जुड़े मुस्लिमों की संख्या फिलहाल कम है।
BJP के साथ गठबंधन पर क्या बोले प्रशांत किशोर?
हालांकि, प्रशांत किशोर ने कभी भी बीजेपी के साथ गठबंधन करने से साफ मना किया है। दरअसल, पार्टी लॉन्च करने के बाद प्रशांत किशोर से पूछा गया कि क्या वे भविष्य में बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे। इस पर प्रशांत किशोर ने स्पष्ट रूप से इनकार करते हुए कहा कि वे कभी भी बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।
वहीं, आरजेडी सांसद मीसा भारती ने बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की भूमिका को नकारते हुए कहा कि जनता जान चुकी है कि प्रशांत किशोर अपनी पार्टी के जरिये बीजेपी को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं और वे बीजेपी की बी टीम के रूप में काम कर रहे हैं।
विवादों में घिरी jan suraaj party
प्रशांत किशोर पांडेय क्यों कहती है और क्या बिहार की राजनीति में ऊंची जातियों के लिए अवसर कम हैं? क्या आरजेडी ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि उन्हें मुस्लिम समुदाय का समर्थन प्राप्त हो रहा है? इस पर उन्होंने कहा कि यह आरजेडी की परंपरा है। आरजेडी का विकास और गिरावट हमेशा जाति के आधार पर हुआ है।
आरजेडी के सवाल पर उन्होंने कहा
उन्होंने कहा कि आरजेडी के लोग जाति के दायरे से बाहर कुछ नहीं समझते। लालू-तेजस्वी यह नहीं कहते कि वे यादव समाज के सबसे योग्य व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाएंगे। इनका ध्यान सिर्फ अपने परिवार पर है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि लालू के शासनकाल में कितने यादव बच्चे आईएएस, प्रोफेसर या डॉक्टर बने?