Swachh Sarvekshan 2024: इंदौर से छिन सकता है स्वच्छता के बेताज बादशाह का तमगा,,इस शहर ने बनाया मास्टर प्लान। मध्य प्रदेश का इंदौर शहर देश में सबसे स्वच्छ शहर माना जाता है। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में उसे कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इंदौर को खासतौर पर भोपाल से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है, जो देश के सबसे स्वच्छ शहरों में पाँचवें स्थान पर है।
खतरे में है इंदौर की बादशाहत
स्वच्छता सर्वेक्षण नवंबर महीने में होना है, और भोपाल नगर निगम ने इसके लिए विशेष तैयारियाँ की हैं। देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में इंदौर की बादशाहत खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि उसे इस बार कई शहरों से कड़ी चुनौती मिल रही है। इंदौर लगातार सात बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीतता आ रहा है, लेकिन इस बार उसकी राह मुश्किल हो सकती है।
भोपाल या इंदौर कौन जीतेगा Swachh Sarvekshan 2024
इस बार विशेष रूप से मध्य प्रदेश का ही एक और शहर उसे कड़ी टक्कर दे रहा है। नवंबर में तीन राउंड में केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण होगा। शनिवार को राजधानी भोपाल में एक पब्लिक कंसल्टेशन सेमिनार का आयोजन हुआ। इस सेमिनार में केंद्रीय सूचना और प्रसारण विभाग के राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन शामिल हुए। उन्होंने भोपाल नगर निगम की प्रस्तुति देखी और कार्यों को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।
भोपाल से मिल रही है कड़ी चुनौती
इस दौरान उन्होंने स्वच्छता के विषय पर लोगों से बातचीत भी की। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से इंदौर को कड़ी चुनौती मिल रही है। 2023 में भोपाल देश का पांचवां सबसे स्वच्छ शहर था। इस बार भोपाल नगर निगम ने विशेष तैयारी की है, जिसका असर जमीन पर साफ नजर आ रहा है। भोपाल नगर निगम के पास कचरा परिवहन के लिए 72 बड़े ट्रक कैप्सूल हैं और सड़क की सफाई के लिए 10 स्वचालित रोड स्वीपिंग मशीनें उपलब्ध हैं।
ऐसे चुना जाता है Swachh Sarvekshan का सबसे स्वच्छ शहर
स्वच्छता सर्वेक्षण में शहरों का मूल्यांकन विभिन्न मानदंडों पर किया जाता है, जिसके बाद यह निर्णय लिया जाता है कि कौन सा शहर सबसे स्वच्छ है। सफाई प्रणाली के साथ-साथ शहरवासियों से प्राप्त फीडबैक, शिकायतों का समाधान, स्वच्छता में नए प्रयोग, कचरे का पुनःउपयोग, कचरे का निपटान, जल संरचना, तालाबों की सफाई, सार्वजनिक शौचालय जैसी कई बातें भी इसमें शामिल होती हैं।
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पिछली बार सूरत से मिली थी चुनौती
स्वच्छता के मामले में इंदौर को पिछली बार सूरत से कड़ी चुनौती मिली थी। सूरत नगर निगम भी स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार नए प्रयोग कर रहा है, जिस कारण उसकी सफाई का पूरे देश में उल्लेख हो रहा है।