Indian Navy: 9 महीने की मेहनत और PM मोदी के नेतृत्व ने कतर में रोकी 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की फांसी। कतर में कथित जासूसी के आरोप में मौत की सजा पाने वाले 8 भारतीय पूर्व नौसैनिकों को गुरुवार (28 दिसंबर) को बहुत बड़ी राहत मिली है. भारत सरकार ने इन लोगों की मौत की सजा पर रोक लगा दी थी, जो कतर की अदालत द्वारा सुनाई गई थी. इसके बाद 9 नवंबर को विदेश मंत्रालय ने बताया था कि भारत सरकार ने इस सजा के खिलाफ अपील दायर की थी, जिसे वहां की अदालत ने मंजूर कर लिया था।
Indian Navy Personnel in Qatar
इन 8 भारतीयों को पिछले साल अगस्त में कतर में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर 2023 को इन नौसेनिकों पर मौत की सजा सुनाई थी, जिसके बाद भारत सरकार ने अपील करके रोक लगा दी. इसके बाद 3 दिसंबर को भारतीय दूतावास ने जेल में बंद इन आठों भारतीयों से मिलने के लिए पहुंचा. इस मामले में 23 नवंबर और 30 नवंबर को दो सुनवाई हुई थी। इन आठ भारतीयों में कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, और नाविक रागेश गोपाकुमार भी शामिल हैं। इन्हें कतर की जेल में कथित जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
"We have noted the verdict today of the Court of Appeal of Qatar in the Dahra Global case, in which the sentences have been reduced…The detailed judgement is awaited….Our Ambassador to Qatar and other officials were present in the Court of Appeal today, along with the family… pic.twitter.com/ysjVhbisaK
— ANI (@ANI) December 28, 2023
Indian Navy के आठ भारतीयों कौन हैं? (Qatar Dahra Global Case)
भारतीय सरकार ने इन नौसेनिकों की मौत की सजा पर विरोध जताया था और उनके परिवारों से मिलने का पूरा समर्थन किया था। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ‘विस्तृत फैसले की प्रतिलिपि की प्रतीक्षा हो रही है। हमारी कानूनी टीम अगले कदम के बारे में आठ भारतीयों (Indian Navy) के परिवारों से संपर्क में है। सुनवाई के दौरान, दूत और अधिकारी को कोर्ट में बनाए रखा जा रहा है। मंत्रालय ने आगे यह भी कहा है कि हम इस मामले में शुरू से ही आठ व्यक्तियों के परिवारों के साथ सजग रह रहे हैं। मामले की संवेदनशीलता के कारण हमें यह उचित नहीं लगता कि हम इस पर अधिक विवाद करें।
Indian Navy के पूर्व सैनिकों पर आरोप क्या हैं?
हम निरंतर कड़ी कदम प्रशासन के सामने रख रहे हैं और इसे गहराई से जांचने का संकल्प कर रहे हैं। इन आठ भारतीयों की पहचान नौसेना के पूर्व कर्मियों में से है, जिनमें कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और नाविक रागेश गोपाकुमार शामिल हैं। कहा जा रहा है कि इन आठ भारतीयों पर कतर में स्थित अल दाहरा कंपनी (Al Dahra Company) में काम करते समय जासूसी करने का आरोप है। हालांकि, कतर ने इसके बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है।
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