Harda Patakha Factory Fire: मध्यप्रदेश के हरदा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, आसपस के 65 घर जलकर खाक, सड़क पर बिखरे शवों के टुकड़े, आग पर काबू पाने का प्रयास जारी खली कराए गए 100 से ज्यादा घर। हरदा, मध्य प्रदेश में, मंगलवार की सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद आग लग गई। इस घटना में कई लोगों की मौत और घायल होने की खबरें हैं। आग को नियंत्रित करने के लिए प्रयास जारी हैं। इस ब्लास्ट से उत्पन्न धमाके के बाद, बहुत तेज़ी से आग फैल गई। यह धमाका इतना भयंकर था कि आसपास के इमारतें भी कांप उठीं।
कुछ इमारतें गिर गई हैं। आग ने आसपास के घरों को भी जलाया। इस हादसे में छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, और अधिकाधिक लोगों को घायल मिला है। हालत गंभीर है और इसके बढ़ने का अंदेशा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस ब्लास्ट के संबंध में आपात बैठक बुलाई है, और हरदा पहुंचने के निर्देश दिए हैं, साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को भी संदेश भेजा है। संघर्ष के सूचक समाचार प्राप्त होते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तत्परता से कार्रवाई में उतर गए। अग्निशमन टीम भी अग्नि को नियंत्रित करने के लिए तत्पर हो गई।
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 6, 2024
मंत्री श्री @udaypratapmp जी और वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।
भोपाल तथा इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। साथ ही इंदौर व भोपाल से फायर ब्रिगेड…
सड़क किनारे बिछ गईं लाशें (Harda Patakha Factory Fire)
धमाके का दौर जारी है, जिससे राहत और बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं। घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है। आग लगने के समय 30 से अधिक मजदूर काम पर थे। बच्चों और महिलाओं के बारे में भी चिंता जाहिर की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजू अग्रवाल हैं। धमाके इतने भयानक थे कि पास के घर भी गिर गए। हादसे के बाद, सड़क के किनारे वाहनों की उछाल दूर तक गिर गई। कुछ लोग सड़क पर ही मौत के घातक झटके से विचलित हो गए। उनकी लाशें सड़क के किनारे पड़ी हैं। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने मौतों की पुष्टि नहीं की है।
100 से अधिक घर खाली कराए गए
उन्होंने कहा कि 20 से 25 लोगों को घायल हो गया है और कुछ की हालत गंभीर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है। हमारा मुख्य ध्यान बचाव और राहत कार्यों पर है। धमाके के बाद, फैक्ट्री के आसपास के 60 से अधिक घरों में आग लग गई। फैक्ट्री के आसपास सड़क पर कुछ शव पड़े दिखे गए। 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से अधिक घर खाली करवा दिए हैं।

खंडवा और नर्मदापुरम से एंबुलेंस रवाना
धमाके के चलते सड़क पर चल रहे वाहन भी कुछ दूरी तक उछल गए हैं। क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है। हादसा इतना गंभीर है कि हरदा जिले की एंबुलेंसें कम पड़ गई हैं। नर्मदापुरम और खंडवा से भी एंबुलेंसें हरदा के लिए रवाना की गई हैं। भोपाल और इंदौर में इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है।