Guru Purnima:जाने आखिर क्यों गुरु पूर्णिमा आषाढ़ शुक्ल की पूर्णिमा के दिन ही क्यों मनाई जाती है

Sanskar09

Guru Purnima:जाने आखिर क्यों गुरु पूर्णिमा आषाढ़ शुक्ल की पूर्णिमा के दिन ही क्यों मनाई जाती है
WhatsApp Group Join Now

हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने की कोई तिथि निश्चित नहीं है यह पर्व हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन ही मनाया जाता है चाहे फिर कोई भी तारीख हो 2024 में Guru Purnima 20 जुलाई को शाम 6 बजे से शुरू होकर 21 जुलाई 3 बजकर 47 मिनट तक है। लेकिन यह पर्व 21 जुलाई को ही मनाया जायेगा इस दिन बहुत से लोग व्रत रखते है और इस दिन दान-पुण्य करने का भी बहुत महत्व होता है। आइये जानते है Guru Purnima से जुड़े और तथ्य

ये भी पढ़िए:-Chidchidapan Dur Karne Ke Upay By Pradeep Mishra:इस उपाय को करने के बाद मात्र 10 मिनिट में होगा गुस्सा शांत और फिर कभी नहीं होगा आपके घर में कलेश

कब से और क्यों मनाया जाता Guru Purnima का पर्व:-माना जाता जाता है आज से लगभग 3000 ई.पूर्व वेद व्यास का जन्म हुआ था। जिन्हें महाभारत का रचयिता भी कहा जाता है उन्हीं की याद में इस दिन हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को Guru Purnima के पर्व के रूप में मनाया जाता है। और इसी कारण Guru Purnima को व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है।

Guru Purnima के दिन क्या होता है?:-Guru Purnima के दिन को गुरु को समर्पित किया गया है वैसे तो हम गुरु का सम्मान जीवन भर करते है लेकिन इस दिन गुरु का सम्मन खास तौर पर किया जाता है क्योंकि एक गुरु ही होता है

जो हमें हमारे जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करते है और सही मार्गदर्शन करते है माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन आपने से मोक्ष प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता।

Leave a Comment