Ramlala: मुख पर सूर्य सा तेज, मनमोहक मुस्कान और कमलनयन! देखिए रामलला के अचल विग्रह की पूर्ण तस्वीर। राम मंदिर के उद्घाटन समर्थन में व्यापक उत्साह के बीच, शुक्रवार (19 जनवरी, 2024) को रामलला की पूर्ण मूर्ति उपस्थित हो गई है. 22 जनवरी को, इस मूर्ति की प्रतिष्ठा का आयोजन होने वाला है। रामलला की विग्रह अद्वितीय है, जो उसके चेहरे की मुस्कान द्वारा भगवान राम की विनम्रता और मधुरता का अभिवादन करती है।
रामलला की प्रतिमा सीधे रूप से भगवान राम की प्रतीति का समर्थन करती है, जिससे पहली बार इसे देखने वालों को अद्वितीय मंत्रमुग्ध बना देती है। इस मूर्ति से आत्मभक्ति और आध्यात्मिक अनुभव की ऊँचाइयों का अहसास होता है. यह विग्रह भक्तों को पहली बार में ही भगवान राम की भक्ति में लुब्ध करने में सक्षम है. भगवान राम के मास्तक पर स्थित तिलक सनातन धर्म की महत्वपूर्णता को दर्शाता है, जिससे दर्शकों को भक्ति की एक अद्वितीय दुनिया में पहुंचा देता है।

Ram Mandir Inauguration का अनुष्ठान कितने दिनों तक चलेगा?
17 जनवरी से पहले, रामलला की मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में स्थानांतरित किया गया था. मूर्ति को अंदर ले जाने से पहले, गर्भगृह में विशेष पूजा की गई थी. इसके बाद, 18 जनवरी (गुरुवार) को, गर्भगृह में मूर्ति का स्थानांतरण किया गया. राम मंदिर में, 16 जनवरी को रामलला के लिए आयोजित अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेगा, जिसमें रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए सभी आवश्यक अनुष्ठानों को करने का निर्देश है. इसमें, 121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान में शामिल हैं.

भक्तों के मन मोह लेंगे Ramlala
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर आरंभ होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होगा. इस समारोह में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित हजारों लोग शामिल होंगे. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मैसूर स्थित मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई गई भगवान राम की मूर्ति की ऊचाई 51 इंच की है।