Farmers Protest Reason: दिन की चिलचिलाती धूप और रात की ठंडी में सड़कों पर बैठने को मजबूर देश का अन्नदाता। एक बार फिर देश के किसानों ने राजधानी दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह प्रदर्शन मोदी सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए किया जा रहा है। आपको बता दें इस बार न सिर्फ पंजाब और हरियाणा के किसान प्रदर्शन कर रहे है बल्कि देश के दो हिस्सों से किसानों ने सड़कों पर उतरने का फैसला किया है।
क्या अन्नदाता के सामने झुकेगी सरकार ?
इसमें एक ओर है पंजाब-हरियाणा के किसान और दूसरी ओर है नोएडा व ग्रेटर नोएडा के अन्नदाता हैं। पिछली बार की तरह नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने सरकार द्वारा उनकी मांगे पूरी किए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद धरना प्रदर्शन (Farmers Protest) खत्म किया, तो वहीं पंजाब और हरियाणा के किसानों ने अभी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसे मुद्दों को लेकर सरकार के सामने हार नहीं मानी है। इसीलिए अब लोकसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे है।
Farmers Protest Reason
किसान यूनियन और पंजाब व हरियाणा के किसानों ने 13 फरवरी यानि 2 दिन बाद बड़ी संख्या में दिल्ली तक मार्च निकालने का ऐलान भी कर दिया है। जैसा की आपने देखा ही होगा पिछली बार अन्नदाता के सड़क पर उतरने से मोदी सरकार को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसलिए एक बार फिर से किसानों के सड़क पर उतरने की चेतावनी की वजह से प्रशासन सरकार भी चिंतित नजर आ रही है। सरकार को इस बात की चिंता है कि कहीं देश के किसान एक बार फिर से 2020-21 में हुए प्रदर्शन (Farmers Protest) को दोहराया न दें।
क्या कारण है किसान आंदोलन का (Farmers Protest 2.0)
- अब बात करते है किसनों की मांगों के विषय में, पंजाब और हरियाणा के किसानों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें MSP लागू करने की गारंटी दी जाए।
- साथ ही सरकारी कर्मचारी की तरह किसानों को भी पेंशन की सुविधा उपलब्ध हो और उन्हें फसल बीमा भी दिया जाए।
- किसानों की सबसे प्रमुख मांग ये है कि 2020 में हुए किसान प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा जिन किसानों पर केस दर्ज किए गए थे, उन्हें केस को रद्द किया जाना चाहिए।
- इसके अलावा किसानों की ये मांग भी है कि MS स्वामीनाथन कमीशन की ने जो सिफारिशों सरकार से की थी, उन्हें लागू किया जाए।
- साथ ही सरकार ये वादा करे की लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए पीड़ितों को न्याय दिलवाया जाएगा।