Christmas Day: आखिर क्यों Jesus Christ को सूर्य देव का अवतार माना जाता है?

Sanskar09

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Christmas Day:-  हिंदुओं की दिवाली और मुस्लिमों की ईद की तरह ही ईसाई समुदाय का सबसे पवित्र त्योहार है हर साल 25 दिसम्बर को Christmas Day के रूप में मनाया जाता है इस दिन लोग आपने आपने हिसाब से और अपनी अपनी पसंद अनुकूल अपने घरों को सजाते है ऐसा मन जाता है Christmas Day के साथ कुछ मान्यताएँ भी जुड़ी हुई है Christmas Day को बच्चे बड़ी बेसब्री से इन्तजार करते है

सैंटा क्लॉज Christmas Day पर बहुत सारे गिफ्ट बाटते है सैंटा क्लॉज को भगवन का भेजा हुआ एक दूत माना जाता है उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि सैंटा क्लॉज बच्चों के लिए बहुत सारी चॉकलेट और तोफे स्वर्ग से लाते है वही लौट जाते है बच्चे उनसे तोफे लेकर बहुत खुश होते है बच्चों को खुश देखकर सैंटा क्लॉज भी बहुत खुश होते है

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कैसे हुई Christmas पर पेड़ सजाने की शुरुआत:-

हजारों लाखों वर्ष पहले उत्तरी यूरोप में Christmas Tree की शुरुआत हुई। उस वक्त Fir नाम के पेड़ को सजाकर यह त्योहार मनाया जाता था। कई लोग चेरी के पेड़ की टहनियों को भी Christmas के दौरान सजाते थे। लेकिन जो लोग Christmas Tree खरीदने में असमर्थ होते थे, वो लकड़ी को पिरामिड की शक्ल देकर क्रिसमस मनाते थे। लेकिन वक्त के साथ Christmas Tree का चलन बढ़ता गया। अब हर व्यक्ति Christmas Tree लाता है और उसे चॉकलेट्स, खिलौनों, लाइट्स और तोंफो से सजाया जाने लगा है।

आइये जानते है कैसा है Christmas का इतिहास:-

25 दिसंबर के दिन को Christmas से पहले रोम में सूर्यदेव के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता था उस समय रोम के सम्राट सूर्यदेव को अपना मुख्य देवता मानते थे और सूर्येदव की पूजा अराधना ही की थी Christmas का इतिहास कुछ साल नहीं बल्कि कई शताब्दी पुराना है कहा जाता है कि सबसे पहले Christmas रोम देश में मनायी गयी थी

लेकिन 330 ई.आते-आते रोम में ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार बहुत तेजी से बढ़ने लगा रोम में अधिक संख्या में ईसाई धर्म के अनुयायी हो गए. इसके बाद 336 ई. में ईसाई धर्म के अनुयायियों ने ईसा मसीह को सूर्यदेव का अवतार मान लिया और इसके बाद से 25 दिसंबर के दिन को ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में Christmas का त्योहार मनाए जाने की परंपरा की शुरुआत हुई लोग इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाते हैं. क्रिसमस का त्योहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए नया साल होता है

जाने क्या है Christmas का महत्व:-

एक समय ऐसा था जब Christmas का पर्व केवल पश्चिमी देश और ईसाई बहुल इलाकों में ही मनाया जाता था लेकिन आज यह दुनियाभर में मनाया जाने वाला पर्व बन गया है Christmas पर्व को लेकर ऐसी मान्यता है कि लोगों को पाप से मुक्त कराने और रोकने के लिए ईश्वर ने अपने बेटे को भेजा था और ईसा मसीह ने लोगों को पाप से मुक्त कराने से संघर्ष में स्वयं के प्राण त्याग दिए

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