अशोका गार्डन का नया नाम होगा राम बाग, नगर निगम की बैठक में बहुमत से मिली मंजूरी। विवेकानंद चौराहा भी अब कहा जाएगा विवेकानंद चौक.
भोपाल शहर के एक महत्वपूर्ण और पुराने इलाके अशोका गार्डन को अब एक नए नाम से पहचाना जाएगा। नगर निगम की हाल ही में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि अशोका गार्डन का नाम बदलकर अब राम बाग कर दिया जाएगा। यह प्रस्ताव 24 जुलाई को परिषद की बैठक में भारी बहुमत के साथ पारित हुआ।
क्या हुआ बैठक में?
नगर निगम की इस अहम बैठक में नाम परिवर्तन से जुड़े दो मुख्य प्रस्ताव रखे गए:
- अशोका गार्डन का नाम बदलकर राम बाग करना
- विवेकानंद चौराहे का नाम बदलकर विवेकानंद चौक करना
दोनों ही प्रस्ताव पहले नगर निगम की कार्यकारिणी (MIC) द्वारा मंजूर किए जा चुके थे। अब परिषद से भी मंजूरी मिलने के बाद इन नामों को अधिकारिक रूप से लागू करने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
विपक्ष ने जताई नाराज़गी
जहां एक ओर नगर निगम में सत्ताधारी पक्ष ने इस बदलाव को संस्कृति और परंपरा से जोड़ते हुए इसे ज़रूरी बताया, वहीं विपक्षी दलों ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया। उनका कहना था कि ऐसे नाम परिवर्तन जनता की प्राथमिकता नहीं हैं और इससे ज़रूरी मुद्दों से ध्यान भटकता है।
अन्य प्रस्ताव भी हुए पारित
बैठक में सिर्फ नाम परिवर्तन ही नहीं, बल्कि शहर के विकास से जुड़े अन्य प्रस्ताव भी पारित किए गए। इसमें सबसे अहम प्रस्ताव था:
- शहर में 6 नए विसर्जन कुंड बनाने का निर्णय, जिससे त्योहारों के समय लोगों को सुविधा मिल सके और पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर पड़े।

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क्यों बदला गया नाम?
नाम परिवर्तन के पीछे नगर निगम के सदस्यों का तर्क है कि राम बाग नाम धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अधिक उपयुक्त है। स्थानीय लोगों के एक वर्ग ने भी इस बदलाव का समर्थन किया है और कहा है कि यह नाम शहर की परंपराओं को दर्शाता है।
आगे की प्रक्रिया क्या होगी?
अब जब नगर परिषद ने दोनों नाम परिवर्तन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है, तो जल्द ही:
- नए नामों के संकेत बोर्ड लगाए जाएंगे
- सरकारी दस्तावेज़ों और नक्शों में संशोधन किया जाएगा
- पब्लिक नोटिफिकेशन जारी कर जनता को सूचित किया जाएगा
निष्कर्ष
भोपाल के अशोका गार्डन का नाम अब आधिकारिक रूप से राम बाग होने जा रहा है, वहीं विवेकानंद चौराहा को विवेकानंद चौक के नाम से जाना जाएगा। इन बदलावों को लेकर जहां कुछ लोगों ने स्वागत किया है, वहीं राजनीतिक दलों के बीच मतभेद भी उभर कर सामने आए हैं।