हाल ही में भोपाल AIIMS में कथित घोटाले की जांच के बीच डायरेक्टर ने अचानक इस्तीफा दे दिया है। क्या यह स्वास्थ्य कारण है या जांच का दबाव?
भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) एक बार फिर विवादों में है। एक कथित वित्तीय घोटाले की जांच चल रही है और इसी बीच संस्थान के डायरेक्टर ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह खबर सामने आते ही स्वास्थ्य जगत और राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
क्या है भोपाल AIIMS घोटाले का मामला?
भोपाल AIIMS में हुए कथित घोटाले की जांच कुछ समय पहले शुरू हुई थी। सूत्रों के अनुसार, अस्पताल में खरीद प्रक्रियाओं, टेंडर आवंटन और कुछ परियोजनाओं में अनियमितताओं की बात सामने आई है। इसके चलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक जांच कमेटी गठित की थी।
इस घोटाले से जुड़ी जानकारी RTI (सूचना का अधिकार) के माध्यम से सामने आई थी, जिसमें बताया गया कि करोड़ों रुपये की सरकारी राशि का गलत इस्तेमाल हुआ है।
डायरेक्टर का इस्तीफा – संयोग या दबाव?
डायरेक्टर ने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह इस्तीफा जांच के दबाव में लिया गया कदम हो सकता है। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि इस्तीफा घोटाले से जुड़ा है या नहीं।
AIIMS जैसी संस्था में घोटाले पर सवाल
AIIMS जैसे देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस प्रकार की गड़बड़ियाँ सामने आना चिंता का विषय है। इससे न सिर्फ संस्था की छवि धूमिल होती है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठते हैं।
आगे क्या होगा?
केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार है। यदि डायरेक्टर की भूमिका घोटाले में पाई जाती है तो यह केस और बड़ा रूप ले सकता है। इसके साथ ही अन्य अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में आ सकती है।
भोपाल AIIMS में हो रहे इस घटनाक्रम से यह साफ है कि पारदर्शिता और जवाबदेही जैसी चीजें अब और ज़रूरी हो गई हैं। सरकार को इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने होंगे ताकि देश के बड़े संस्थानों की साख बरकरार रहे।