Bajaj launched World’s First CNG Bike: बजाज जल्द लांच करेगा दुनिया की पहली CNG से चलने वाली बाइक, जानिए क्या कुछ होगा इसमें खास। भारत में लोग अब सीएनजी वाहनों की ओर अपना इंट्रेस्ट दिखा रहे हैं। कई लोग सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों को चुनना पसंद कर रहे हैं। लगभग सभी कंपनियां लोगों की पसंद को मध्यस्थता देते हुए सीएनजी संबंधी गाड़ियों को ला रही हैं। इससे लोगों का पेट्रोल और डीजल पर खर्च कम होता है और प्रदूषण भी कम होता है।
अब गाड़ियों के साथ-साथ बाजार में सीएनजी से चलने वाली मोटरसाइकिलें भी उपलब्ध हो रही हैं। बाजाज ऑटो दुनिया की पहली सीएनजी संबंधी मोटरसाइकिल को लॉन्च करने जा रहा है। पहले इस बाइक को 2025 में लॉन्च करने की योजना बना रही थी, लेकिन अब कंपनी इसे जल्दी ही लॉन्च करने की तैयारी में है। CNG Bike की आने की खबर ने बाजाज ऑटो के प्रति लोगों की उत्सुकता को बढ़ा दिया है। अनुमानों के अनुसार, इस बाइक को आने वाले कुछ महीनों में ही लॉन्च किया जा सकता है।
Bajaj launched World’s First CNG Bike
CNG Bike की शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बाइक कम क्षमता वाले इंजन के साथ लॉन्च की जा सकती है। यह बाइक किसी विशेष सेगमेंट में आ सकती है, लेकिन कंपनी द्वारा इसकी विशेषताओं के बारे में कोई अधिक जानकारी नहीं दी गई है। इस नई तकनीक के साथ बाइक को लॉन्च करने के बाद, पेट्रोल के मुकाबले इसका चालन करना काफी सस्ता होगा। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत और सीएनजी की कीमत में करीब 20 रुपये का अंतर है, जो उपयोगकर्ताओं को बचत करने में मदद करेगा।
क्या कुछ खास होगा इस CNG BIKE में
सीएनजी वाहनों की अधिक एवरेज के कारण, इसे पेट्रोल के मुकाबले अधिक लाभ हो सकता है, जिससे प्रति किलोमीटर खर्च भी कम हो जाएगा। यह CNG Bike को लाने वाले ग्राहकों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। (Bajaj launched World’s First CNG Bike) सीएनजी तकनीक के साथ बाइक को लाने से एक और महत्वपूर्ण लाभ होगा, और वह है प्रदूषण में कमी। बजाज की ओर से लॉन्च की जाने वाली CNG Bike के इस्तेमाल से पेट्रोल वाली बाइकों की तुलना में काफी कम प्रदूषण होगा।
प्रदूषण कम करेगी CNG BIKE
इससे बड़े शहरों जैसे कि दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण में भी काफी राहत मिल सकती है। (Bajaj launched World’s First CNG Bike) सीएनजी बाइक को चलाने पर पेट्रोल के मुकाबले 50 फीसदी कम सीओ2, 75 फीसदी कम कार्बन मोनो ऑक्साइड, और 90 फीसदी कम नॉन मीथेन हाइड्रोकार्बन की मात्रा हो सकती है।