Bageshwar Baba: चुनावी माहौल में अपनी की शरण में पहुँचने वाले नेताओं को बागेश्वर बाबा की नसीहत! “बाबाओं के सहारे नहीं जीते जाते चुनाव”

mpexpress09

Bageshwar Baba
WhatsApp Group Join Now

Bageshwar Baba: चुनावी माहौल में अपनी की शरण में पहुँचने वाले नेताओं को बागेश्वर बाबा की नसीहत! “बाबाओं के सहारे नहीं जीते जाते चुनाव” मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के समय, सभी दल अब सॉफ्ट हिंदूत्व को अपना रहे हैं। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में विधानसभा चुनाव से पहले, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री और नरेला विधानसभा सीट से विधायक विश्वास कैलाश सारंग ने बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधिश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन किया था। बागेश्वर धाम के पीठाधिश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चुनाव जीतने के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।

नेताओं को Bageshwar Baba ने लगाई फटकार

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा है कि चुनावों में बाबाओं के दरबार में आकर और उनकी सेवा करके चुनाव नहीं जीते जाते, बल्कि जनता के समर्थन पर ही चुनाव जीतने का सबसे महत्वपूर्ण कारक होता है। बाबा बागेश्वर के इस बयान से सियासी नेताओं को एक महत्वपूर्ण संदेश मिला है। उन्होंने कहा है कि व्यक्तिगत बाबाओं से चुनाव नहीं जीत सकते हैं, बल्कि लोगों के विश्वास और समर्थन को जीतना होगा ताकि वे चुनाव जीत सकें। जैसा की आप जानते है कि बागेश्वर धाम के दरबार में प्रदेश सरकार के वन मंत्री विजय साहब का कच्छा चिट्ठा खुल गया। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Bageshwar Baba) ने सभी के सामने यह खुलासा किया कि यजमान वाकई मंत्री हैं।

यह भी पढ़े :- मध्यप्रदेश में एक बार फिर कलंकित हुई इंसानियत ! सीधी पेशाब कांड की तरह भोपाल में दलित के साथ बर्बरता

Bageshwar Baba ने नेताओं को दो टूक

लेकिन पांडाल के आयोजन का खर्च सरकारी खजाने से नहीं किया गया था। बाबा ने इशारों में ही अपनी बातें साझा की थी। शास्त्री ने इस बारीकियों से कहा कि मंत्री दिल के बड़े साफ हैं। गाड़ी की सीटों पर बैठकर वह बताए कि गुरूजी द्वारा संचालित पांडाल बहुत बड़ा था और इसके लिए बहुत खर्च आ रहा था। इसलिए नेता जी ने हमें बुलाकर सभी खर्चों को कम कर दिया। विधानसभा चुनाव से पहले, हिंदू वोटरों को प्राप्त करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सॉफ्ट हिंदूत्व का खेल आरंभ कर दिया है। कभी-कभी कांग्रेस बाबाओं की कथाओं को प्रमोट कर रही है, और कभी-कभी बीजेपी भी ऐसा कर रही है।

यह भी पढ़े :-Gas Cylinder In RS 450: जल्दी करें कहीं देर न हो जाए ! मध्यप्रदेश में सभी को 450 रुपये में मिलेगा गैस सिलेंडर

Bageshwar Baba

शोभायात्रा में लगा 20 किलोमीटर लंबा जाम

दोनों पार्टियाँ अब बाबाओं के साथ जुड़कर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही हैं। इस समय, Bageshwar Baba का यह बयान बड़े आलोचनात्मक हो रहा है। मंगलवार को, भोपाल नगर में, हनुमंत कथा के प्रारम्भ से पहले, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की शोभायात्रा आयोजित की जा रही है। इस अद्वितीय अवसर पर, अन्नानगर से सात बजे शाम को शोभायात्रा की शुरुआत हुई है, जो लगभग 20 किलोमीटर का सफर होगा। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Bageshwar Baba) रथ में सवार हैं और उनके दर्शन के लिए हजारों लोग सड़कों पर जमे हैं। इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान उनका उत्साह लोगों को प्रेरित कर रहा है। शोभायात्रा अपना परिणाम नरेला विधानसभा में देगी।

Bageshwar Baba

Bageshwar Baba की कथा में लाखों की भीड़

यहां बताया गया है कि 27 और 28 सितंबर को करोंद स्थित पीपुल्स मॉल के पीछे 55 एकड़ विस्तार क्षेत्र में हनुमंत कथा का आयोजन होगा। इसके दौरान, पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा दिव्य दरबार भी स्थापित किया जाएगा। कथा का समय 2 बजे दोपहर में रहेगा, जबकि दिव्य दरबार सुबह 10 बजे से प्रारंभ होगा। इस धार्मिक आयोजन का आयोजन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा किया जा रहा है, और यह एक समर्पित यात्रा है स्व. कैलाश नारायण सारंग और उनकी पत्नी स्व. प्रसून सारंग की याद में। अंत में, शोभायात्रा अन्ना नगर से आरंभ हुई है, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ दोपहर 3 बजे से ही लग गई है।

3 thoughts on “Bageshwar Baba: चुनावी माहौल में अपनी की शरण में पहुँचने वाले नेताओं को बागेश्वर बाबा की नसीहत! “बाबाओं के सहारे नहीं जीते जाते चुनाव””

Leave a Comment