Ayurvedic Remedies: क्या आप भी दिनभर की भागदौड़ और काम के दबाव से थके हुए हैं? नींद पूरी होने के बाद भी शरीर भारी लगता है? तनाव और थकावट से परेशान लोगों के लिए आयुर्वेद में कई असरदार उपाय मौजूद हैं जो न केवल शरीर को ऊर्जा देते हैं, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन भी प्रदान करते हैं।
इस लेख में जानिए ऐसे आसान और असरदार आयुर्वेदिक उपाय, जिन्हें अपनाकर आप तनाव और थकान से तुरंत राहत पा सकते हैं – वो भी बिना किसी दवा या खर्च के।
क्यों होता है थकान और तनाव ?
आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में थकान और तनाव आम समस्या बन गई है। ऑफिस वर्क, घरेलू जिम्मेदारियाँ, सामाजिक दबाव और स्क्रीन टाइम ने मानसिक और शारीरिक ऊर्जा को चूस लिया है।
- थकान मतलब शरीर और दिमाग की कार्यक्षमता में कमी।
- तनाव (Stress) मतलब मानसिक दबाव या चिंता, जो अक्सर नींद, मनोदशा और शरीर पर असर डालता है।
आयुर्वेद मानता है कि ये दोनों स्थितियां शरीर के त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) के असंतुलन से जुड़ी होती हैं।

1. ब्राह्मी और अश्वगंधा – आयुर्वेद की अमृत औषधियां
ब्राह्मी दिमाग को शांत करती है, एकाग्रता बढ़ाती है और मानसिक थकान दूर करती है।
अश्वगंधा तनाव को कम करने, नींद सुधारने और शरीर में ऊर्जा लाने के लिए जानी जाती है।
कैसे लें:
- ब्राह्मी चूर्ण या कैप्सूल सुबह गुनगुने पानी के साथ लें।
- अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ रात में लें।
2. ताजगी देने वाली आयुर्वेदिक हर्बल चाय
तनाव और थकान भगाने के लिए तुलसी, अदरक, दालचीनी और मुलेठी की चाय बेहद असरदार होती है।
हर्बल टी रेसिपी:
- 2 कप पानी में तुलसी की पत्तियां, अदरक, दालचीनी और मुलेठी डालकर 5 मिनट उबालें।
- छानकर शहद मिलाएं और गर्म-गर्म पिएं।
यह चाय न केवल स्ट्रेस कम करती है, बल्कि इम्यूनिटी भी बढ़ाती है।
3. अभ्यंग – आयुर्वेदिक ऑयल मसाज
दिनभर की थकावट हो या मानसिक तनाव, आयुर्वेदिक ऑयल मसाज (अभ्यंग) शरीर और मन दोनों को रिलैक्स करता है।
क्या करें:
- नहाने से पहले शरीर में गर्म तिल या नारियल तेल से मसाज करें।
- सिर पर ब्राह्मी या भृंगराज तेल से मालिश करें।
- यह रक्त संचार बढ़ाता है, मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और अच्छी नींद लाता है।
4. योग और प्राणायाम – तनाव को कहें अलविदा
तनाव के कारण जब मन बेचैन हो, तो योग और प्राणायाम सबसे प्रभावी उपाय हैं।
योगासन:
- शवासन (Shavasana)
- बालासन (Balasana)
- विपरीतकरणी
- ताड़ासन
प्राणायाम:
- अनुलोम-विलोम
- भ्रामरी
- नाड़ी शोधन
हर दिन सिर्फ 15 मिनट देने से ही आपको मानसिक शांति महसूस होने लगेगी।

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5. सादा और सात्विक भोजन
आयुर्वेद मानता है कि जो खाओ, वही बनो। अधिक मसालेदार, तैलीय या प्रोसेस्ड फूड तनाव और थकान बढ़ाते हैं।
इसके विपरीत, सात्विक और हल्का भोजन शरीर और दिमाग को शांत रखता है।
सात्विक भोजन में शामिल करें:
- ताज़ी सब्ज़ियां
- मूंग दाल
- चावल
- देशी घी
- फल और सूखे मेवे
रात को हल्का भोजन और जल्दी सोना तनाव कम करने में मदद करता है।
6. नींद – थकावट भगाने की रामबाण दवा
थकान और तनाव का सीधा संबंध नींद की गुणवत्ता से है। मोबाइल स्क्रीन, रात को देर तक काम और अनियमित दिनचर्या नींद पर असर डालते हैं।
आयुर्वेदिक नींद टिप्स:
- सोने से 1 घंटे पहले स्क्रीन बंद कर दें।
- गुनगुना दूध पिएं जिसमें जायफल या अश्वगंधा हो।
- शांत वातावरण में सोएं।
7-8 घंटे की गहरी नींद शरीर और आत्मा दोनों को ताजगी देती है।
7. ध्यान और मंत्र जाप
ध्यान और मंत्र जाप आत्मा की थकावट दूर करने में मदद करता है। रोज़ 10-15 मिनट ध्यान लगाने से मानसिक संतुलन बेहतर होता है।
मंत्र सुझाव:
- “ॐ शांतिः शांतिः शांतिः”
- “ॐ नमः शिवाय”
- “सोहम” ध्यान विधि
ध्यान करते समय शांत संगीत या धीमी श्वास प्रक्रिया को अपनाएं।
आयुर्वेद में है तनाव और थकावट का सम्पूर्ण समाधान
तनाव और थकावट को नज़रअंदाज़ करना आपके स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। लेकिन आपको दवाओं का सहारा नहीं लेना है — सिर्फ अपने जीवन में छोटे-छोटे आयुर्वेदिक बदलाव लाकर आप एक शांत, ऊर्जावान और तनाव-मुक्त जीवन जी सकते हैं।
तो आज से ही इन उपायों को अपनाइए, और खुद महसूस कीजिए फर्क!