Ram Mandir: राम मंदिर का मुख्य पुजारी बनने के लिए 3 हजार लोगों के बीच कड़े इम्तिहान के बाद मोहित पाण्डेय को चुना गया रामलला का सेवक। भगवान रामजी की पवित्र नगरी अयोध्या, जो देशभर के लोगों और विशेषकर सनातन प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, और सांस्कृतिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, वह बड़े महत्वपूर्ण है। अयोध्या में स्थित भव्य राम मंदिर के गर्भगृह की प्राण-प्रतिष्ठा और मंदिर के अभिषेक का आयोजन सोमवार, 22 जनवरी 2024 को किया जाएगा। इसके बाद, 24 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा।
Ayodhya Ram Mandir का पुजारी बनने के लिए कड़ी परीक्षा
इस अद्भुत क्षण में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई प्रमुख व्यक्तियों का समर्थन होगा। समापन में, प्रधानमंत्री द्वारा सोमवार को रामलला की प्रतिष्ठा का समापन होगा, जिससे यह महत्वपूर्ण समय और स्थान एक नए आध्यात्मिक अध्याय की शुरुआत की जाएगी। मंदिर के निर्माण और तैयारी की प्रक्रिया वर्तमान में तेजी से जारी है, जिससे इस ऐतिहासिक स्थल का नया रूप उजागर हो सके। भारत में कई प्रसिद्ध, प्राचीन, और ऐतिहासिक मंदिर हैं। हालांकि, अयोध्या का राम मंदिर विशेष है, क्योंकि यहाँ पर लगभग 500 साल की लंबी उत्कृष्ट युद्ध के बाद ही श्रीराम की जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हुआ।
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अयोध्या में विराजमान होंगे Ram Mandir
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद, लगभग चार साल के अंतराल में अयोध्या में मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ है, और यहाँ पर करीब 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। कहा जा रहा है कि इस अद्वितीय राम मंदिर को ऐसे बनाया गया है कि इस पर आने वाले हजारों वर्षों तक किसी प्रकार की मरम्मत की आवश्यकता नहीं होगी। यहाँ तक कि इस मंदिर की नागर शैली चंद्रकांत भाई सोमपुरा ने डिज़ाइन किया है, जिससे यह युगों-युगों तक पहचानी जाएगी। इस बीच, राम मंदिर में होने वाली पूजा के लिए पुजारी का चयन तय हो गया है।
Ram Mandir का पुजारी बनने के लिए हुए ये सवाल
सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर में रामलला की पूजा के लिए पुजारी या पुरोहित के रूप में मोहित पांडे का नाम सामने आ रहा है, जो उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से हैं। रामलला की पूजा के लिए नियुक्त होने वाले पुजारियों के लिए कुछ मापदंडों का पालन किया जा रहा है, जिसमें रामनंदीय परंपरा के विद्वान होना आवश्यक है। उन पंडितों को चयन किया जाएगा जो राम मंदिर में पूजा करेंगे और जिनमें वेद, शास्त्र, और संस्कृत में विशेषज्ञता होगी। मोहित पांडे ने इन सभी मापदंडों को पूरा किया हैं और उन्हें उत्तीर्ण किया गया है। आइए, हम मोहित पांडे के बारे में और विस्तार से जानते हैं…
Ram Mandir मोहित पांडे का चयन कैसे हुआ अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर के लिए पुजारियों का चयन करने के लिए आवेदनों की प्रक्रिया आयोजित की गई थी। इसमें कुल 3000 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। चयन प्रक्रिया में पुजारियों के लिए मापदंडों का निर्धारण किया गया, जिसमें से सभी को गुजरना पड़ा। इस प्रक्रिया में 200 आवेदक साक्षात्कार के लिए चयन हुए, जिनमें से 50 को पुजारी के रूप में चयन किया गया। इन 50 पुजारियों में मोहित पांडे का भी नाम शामिल है, जो वर्तमान में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं।
आयोध्या राम मंदिर के पुजारी मोहित पांडे कौन हैं ?
- रामलला के सेवक के रूप में चुने गए मोहित पांडे वर्तमान में तिरुपति में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम द्वारा संचालित (TTD) श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय (SVVU) में एमए (आचार्य) पाठ्यक्रम कर रहे हैं.
- ये उत्तर प्रदेश सीतापुर के निवासी हैं. प्रथम श्रेणी सम्मान के साथ स्नातक पूरा होने पर उन्होंने एमए (आचार्य) पाठ्यक्रम में प्रवेश किया. वर्तमान में, मोहित पांडे साम वेद विभाग में पहले वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं.
- कहा जा रहा है कि, मोहित पांडे को आयोध्या रामलला के मंदिर के लिए साम वेद विंग में ‘आचार्य’ के रूप में चुना गया है. उनकी नियुक्ति से पहले, मोहित पांडे ने छह महीने की प्रशिक्षण अवधि पूरी की है।