Kadak Singh Review: पंकज त्रिपाठी की दमदार एक्टिंग और अच्छी पटकथा वाली ये फिल्म आपके दिमाग को हिला कर रख देगी। पंकज त्रिपाठी शायद फिल्म इंडस्ट्री में सबसे आदर्श और सभी से मिलनसर हस्ती होंगे, लेकिन उन्होंने किरदार कड़क सिंह का पूरा दृश्य बदल दिया है। इस फिल्म का शीर्षक है ‘कड़क सिंह’, जो जी5 पर प्रस्तुत हुई है। यह एक थ्रिलर फिल्म है, और इसमें पंकज त्रिपाठी ने एक नए रूप में अपना प्रदर्शन किया है, जो पहले कभी नहीं देखा गया। इसमें वह कुछ ऐसा कर रहे हैं जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया है, और यह फिल्म देखने का एक बड़ा कारण है।
Kadak Singh की शानदार कहानी
फाइनेंशियल क्राइम डिपार्टमेंट के एक अधिकारी, एके श्रीवास्तव, जिन्हें हम पंकज त्रिपाठी के नाम से भी जानते हैं, एक घटना के बाद अपनी याददाश्त को ढूंढने में पड़ते हैं। उसके बाद, उन्हें चार अलग-अलग कहानियों के साथ जोड़ा जाता है, जिनसे वह अपने आत्मा के असली रहस्य को खोजते हैं। वे एक महत्वपूर्ण केस की जाँच भी कर रहे होते हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि कौनसी कहानी सत्य है? उनकी असली बेटी कौन है? और उनका असली बेटा कौन है? यह एक थ्रिलर फिल्म है जिसमें कहानी को बड़े रहस्यमय तरीके से प्रस्तुत किया गया है,
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फिल्म की पटकथा कैसी है?
और इसका सीधा जवाब सिर्फ फिल्म देखने के बाद ही मिल सकता है। यह फिल्म Kadak Singh आपको आत्मसात कर देती है। शुरुआत से ही एक सस्पेंस भरे माहौल की शुरुआत होती है, और हर कुछ ही देर में कुछ नया होता है। ऐसी घटनाएं होती हैं जो दर्शकों को बंधकर रखती हैं। कई बार आप यह सोच सकते हैं कि कुछ ऐसा होना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद कुछ और होता है और आखिर में पूरा सस्पेंस खुलता है।
Kadak Singh में दिखा Pankaj Tripathi का जलवा
कलाकारी पंकज त्रिपाठी ने एक बार फिर उत्कृष्ट काम किया है। उन्होंने एक अलग दिग्गज में अपना कौशल प्रदर्शित किया है। उनके किरदार की विविधता ने दर्शकों को प्रभावित किया है। पर्वती तिरुवोथु ने नर्स की भूमिका में अच्छा काम किया है और उनकी केमिस्ट्री पंकज त्रिपाठी के साथ प्रभावशाली है। संजना सांघी ने पंकज त्रिपाठी की बेटी की भूमिका में अपनी प्रतिभा दिखाई है, जो उनके करियर का एक शानदार पल है।

जया अहसान ने पंकज त्रिपाठी की गर्लफ्रेंड की भूमिका में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। अन्य कलाकारों का भी काम प्रशंसनीय है। अनिरुद्ध रॉय चौधरी ने पिंक जैसी एक उत्कृष्ट फिल्म पहले भी बनाई है और इस बार भी उन्होंने फिल्म का सुदृढ़ निर्देशन किया है। उन्होंने सस्पेंस को बखूबी बनाए रखने में सफलता प्राप्त की है। सभी किरदारों को उन्होंने प्रशंसायोग्य रूप से पोर्ट्रेट किया है।एक शानदार फिल्म है जिसे समग्रता से देखा जा सकता है। पंकज त्रिपाठी के शौकीन होने पर, इसे मिस न करें।