ujjain mahakal: महाकाल की नगरी में श्रावण की धूम! 14 दिनों में टूटा भक्तों का रिकॉर्ड, करोड़ों की आय

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ujjain mahakal: महाकाल की नगरी में श्रावण की धूम! 14 दिनों में टूटा भक्तों का रिकॉर्ड, करोड़ों की आय
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ujjain mahakal श्रावण में महाकाल की महिमा: उज्जैन मंदिर में 14 दिनों में पहुंचे 27 लाख श्रद्धालु, 7.88 करोड़ की आय

ujjain mahakal श्रावण मास का नाम लेते ही श्रद्धा, भक्ति और शिव की महिमा मन में उतर आती है। इस विशेष महीने में देशभर के शिवभक्त मंदिरों की ओर खिंचे चले आते हैं। ऐसा ही एक प्रसिद्ध मंदिर है – उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर, जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां इस बार श्रावण मास के पहले 14 दिनों में जो अद्भुत नजारा देखने को मिला, वह हर किसी को हैरान कर गया।

🔷 श्रावण की शुरुआत के साथ ही उमड़ा भक्तों का सैलाब

श्रावण मास शुरू होते ही महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। सिर्फ पहले 14 दिनों में मंदिर में 27 लाख से अधिक भक्त पहुंचे। यह संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है, जो दर्शाता है कि लोगों की आस्था किस कदर गहराई से जुड़ी हुई है।

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🔷 मंदिर प्रबंधन को हुई 7.88 करोड़ रुपये की आय

उज्जैन के महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति ने बताया कि श्रावण के शुरुआती दो सप्ताह में मंदिर को कुल 7.88 करोड़ रुपये की आय हुई है। यह आय दर्शन, प्रसाद, महाप्रसाद, भस्म आरती, पूजा-अर्चना, दान-पात्र और अन्य सेवाओं के माध्यम से हुई है। यह राशि मंदिर की सेवा, सुरक्षा और व्यवस्थाओं में उपयोग की जाएगी।

🔷 हर दिन लाखों की संख्या में पहुंचे भक्त

मंदिर प्रबंधन के अनुसार, रोजाना लगभग 1.5 से 2 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। रविवार और सोमवार को यह संख्या और भी अधिक रही। सावन के सोमवार को मंदिर प्रांगण और आसपास के क्षेत्र में पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही थी।

🔷 देशभर से पहुंचे श्रद्धालु

श्रावण में महाकाल के दर्शन का महत्व इतना है कि देश के कोने-कोने से लोग उज्जैन आ रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करने पहुंचे।

🔷 व्यवस्थाओं में हुआ सुधार

महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद से यहां की व्यवस्थाओं में काफी सुधार आया है। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होने के बावजूद दर्शन प्रक्रिया सुगम रही। सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षाकर्मी, मेडिकल टीम, पेयजल, शौचालय और रुकने की व्यवस्थाएं लगातार बेहतर की जा रही हैं।

🔷 भस्म आरती बनी प्रमुख आकर्षण

महाकाल की भस्म आरती दुनियाभर में प्रसिद्ध है। श्रावण मास में इसका विशेष महत्व होता है। हजारों श्रद्धालु रोज सुबह 3 बजे से पहले लाइन में लगकर भस्म आरती का लाभ लेते हैं। इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग दोनों की सुविधा दी गई है।

🔷 स्थानीय व्यापारियों को भी हुआ बड़ा लाभ

श्रावण में उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल एजेंसियों, ऑटो-रिक्शा चालकों, फूल-विक्रेताओं और अन्य छोटे व्यापारियों को भी अच्छा लाभ हुआ। शहर में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आई है।

🔷 महाकाल लोक बना श्रद्धालुओं का नया आकर्षण

महाकाल लोक’ के खुलने के बाद श्रद्धालु सिर्फ मंदिर ही नहीं, बल्कि वहां के भव्य गलियारों, मूर्तियों और नंदी द्वार को देखने भी भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। यह स्थान अब एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र बन चुका है।

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🔷 प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी

श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। शहर के प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया, पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई और ट्रैफिक को सुव्यवस्थित रखा गया।

🔷 भविष्य में और बढ़ेगी श्रद्धालुओं की संख्या

मंदिर प्रशासन का मानना है कि श्रावण के बचे हुए सप्ताहों में श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढ़ेगी। विशेषकर रक्षाबंधन और श्रावण पूर्णिमा के दिन भारी भीड़ की संभावना जताई जा रही है।


🕉️ श्रद्धा की शक्ति और महाकाल का आशीर्वाद

श्रावण मास में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़, करोड़ों की आय और आस्था की लहर ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब बात शिवभक्ति की होती है, तो कोई दूरी, कोई कठिनाई आड़े नहीं आती। लाखों लोगों ने यहां आकर शिव के चरणों में अपने श्रद्धा के फूल अर्पित किए और महाकाल का आशीर्वाद पाया।

अगर आपने अभी तक उज्जैन के महाकाल मंदिर के दर्शन नहीं किए हैं, तो इस श्रावण मास में एक बार जरूर जाइए। यहां की ऊर्जा, भक्ति और वातावरण आत्मा को छू लेने वाला होता है।

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