‘शानदार सवारी, जानदार सवारी’ रॉयल एनफील्ड की बाप Rajdoot, बोल्ड लुक और फट-फट की आवाज से मोहल्ले में आते ही दिलों की धड़कन बढ़ाने वाली वो बाइक, जिसके सुनाए जाते है आज भी किस्से !

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‘शानदार सवारी, जानदार सवारी’ रॉयल एनफील्ड की बाप Rajdoot, बोल्ड लुक और फट-फट की आवाज से मोहल्ले में आते ही दिलों की धड़कन बढ़ाने वाली वो बाइक, जिसके सुनाए जाते है आज भी किस्से ! 1961 में जब भारत में येज़्दी (Yezdi) ने दस्तक दी, युवाओं में इसका जादू सिर चढ़कर बोल रहा था। पर अपनी ज्यादा कीमत की वजह से यह हर भारतीय की पहुंच से अब भी दूर थी। बाजार में अब भी एक सस्ती मगर जानदार मोटरसाइकिल की कमी महसूस की जा रही थी और ऐसे में ठीक एक साल बाद किफायती मोटरसकिल राजदूत (Rajdoot) की एंट्री हुई।

फट-फट की आवाज से मचा देती थी तहलका

दूर से ही आती इसकी फट-फट की आवाज, बोल्ड लुक और स्टार्ट करने पर बाइक के एग्जॉस्ट से गर्म हवा का गुब्बार, ने राजदूत को एक अलग पहचान दी। 60 से लेकर 80 के दशक तक अपना जलवा बिखेरने वाली ये बाइक असल में एक किंग थी और इसमें सवारी करने वाला खुद को किसी राजा से कम नहीं समझता था।

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भारत की “दूत किंग” राजदूत

भूली-बिसरी यादों में आज हम इसी ‘दूत किंग’ के बारे में बात करने जा रहे हैं। भारत में Rajdoot की एंट्रीएस्कॉर्ट्स के मोटरसाइकिल डिवीजन ने 1962 से राजदूत ब्रांड नाम के साथ पोलिश SHL M11 मोटरसाइकिल का निर्माण शुरू किया। यह एक 125cc की मोटरसाइकिल थी, जिसने उस समय में बाइकर्स को शानदार स्पीड और एड्रेनालाईन भरी सवारी का एहसास दिलाया।

Rajdoot GTS 175

इसके अलावा, एक और क्लासिक मॉडल भी था, जो Rajdoot GTS 175 नाम से जाना गया। इन दोनों मोटरसाइकिलों ने आते भी भारत के बाइक बाजार में तहलका मचा दी थी। उस समय राजदूत किसी स्टेट्स सिंबल की तरह बन गया था और इसे खरीदना किसी सपने के साकार होने जैसा था

‘शानदार सवारी, जानदार सवारी’ Rajdoot

राजदूत का बॉलीवुड कनेक्शनएक समय ऐसा भी आया था जब राजदूत की चमक फीकी पड़ने लगी थी और एनफील्ड सिल्वर प्लस, मोपेड और काइनेटिक स्पार्क ने बाजार में अपना कब्जा जमा लिया था। ऐसे में Rajdoot को साथ मिला बॉलीवूड के सुपरस्टार ‘धर्मेन्द्र पाजी’ का। धर्मेन्द्र ने राजदूत के लिए एक विज्ञापन किया, जिसकी लाइन थी- ‘शानदार सवारी, जानदार सवारी’। उस समय धर्मेन्द्र की इमेज किसी ‘मैचो मैन’ की तरह थी और उनका राजदूत में बैठना एक जबरदस्त हिट रहा।

बॉबी Rajdoot जाने कैसे पड़ा नाम

राजदूत की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा गया और इसे खरीदना किसी पावर को हाथ में लेने के समान समझा जाने लगा। रही-सही कसर Bobby फिल्म ने कर दी। 1973 में ऋषि कपूर द्वारा बॉबी फिल्म में इसका इस्तेमाल करने के बाद राजदूत जीटीएस 175 प्रसिद्ध हो गया। फिल्म के बाद इस बाइक का नाम भी बॉबी रखा दिया गया और उस समय के बाद यह नव युवकों द्वारा पसंद की जाने लगी।

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