Flood In Kosi River: बिहार में जल प्रलय से मचा हाहाकार! कई जिलों में काल बनकर टूटी कोसी नदी। नेपाल में भारत-नेपाल सीमा के पास बने कोसी बैराज बांध के 53 गेट खोलकर 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे बिहार के कई जिलों में जनता को गंभीर समस्याएं का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते आसपास के जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया हैं, साथ ही प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है।
प्रशासन की ओर से जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश भेज दिए गए हैं। जैसा की हम सबने बचपन से ही सामान्य ज्ञान की किताबों में पढ़ा है कि ‘कोसी नदी’ को बिहार का “शोक” कहा जाता है, लेकिन आज मूसलाधार बरसात के कारण बिहार में जो विकट स्थिति उत्पन्न हुई है उससे बिहार के शोक यानि ‘कोसी नदी’ को विनाश करते साफ देखा जा सकता है। कोसी नदी पर बने बैराज बांध के 56 में से 53 गेट खोल दिए गए हैं जिसके बाद चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है।
यह भी पढ़ें- MP Weather News today: मध्यप्रदेश में जबरदस्त तरीके से बारिश का हुआ आगमन, सड़कों पर भरा पानी
बिहार में बाढ़ से हाहाकार (Flood In Kosi River)
क्योंकि बांध से 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। आपको बता दें बिहार में एक बार फिर 1989 और 2008 में आई बाढ़ जैसी भयावह स्थिति बन गई है। 2008 में तटबंध टूटने से भारी तबाही आई थी, जब कोसी के कुसहा तटबंध के टूटने पर बिहार के सुपौल, अररिया, मधेपुरा और सहरसा जिलों में विनाशकारी हालात बन गए थे। उस समय भी बड़े पैमाने पर पानी छोड़ा गया था, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर चली गई थी।
1989 और 2008 के बाद फिर मची तबाही
नेपाल में भारी बारिश के कारण कोसी नदी में अधिक पानी आता है, और तेज बहाव के चलते नदी के किनारों पर कटाव भी बढ़ जाता है। कोसी नदी इस समय बिहार के कई जिलों में विनाश का कारण बन रही है। बिहार जिला प्रशासन के डीएम कौशल कुमार ने कहा कि 1989 के बाद बिहार में एक बार फिर जल प्रलय देखने को मिला है। 6 लाख 81 हजार क्यूसेक तक पानी डिस्चार्ज होने की संभावना है। नेपाल में भारी बारिश हो रही है।