PM Modi Speech: 17वी लोकसभा में विपक्ष पर बरसे प्रधानमंत्री मोदी! आर्टिकल 370 से लेकर राम मंदिर इन अहम बातों का किया जिक्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा के अंतिम कार्य दिवस पर बताया कि पिछले पांच सालों में सरकार ने किया कामकाज और हासिल की उपलब्धियों का विवरण। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उत्साह दिखाते हुए कहा कि वे आगे की चुनौतियों को स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री ने विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि चुनाव बहुत जल्द हैं और यह लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे सभी हम गर्व से स्वीकार करते हैं। उन्होंने अपने परमात्मा की कृपा पर विश्वास जताया कि वे चुनौतियों का सामना करने में सफल रहेंगे। सांसदों ने ‘सबका साथ-सबका विकास’ को मंत्र माना। उन्होंने (PM Modi) कहा कि आज सदन ने राम मंदिर को लेकर जो प्रस्ताव पारित किया है, वह आने वाली पीढ़ी के लिए देश के मूल्यों पर गर्व करने का संवैधानिक दस्तावेज है।
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PM Modi Speech in Parliament
यहाँ सदन में समय-समय पर भविष्य के बारे में बातचीत हुई है, जिसमें संवेदना, संकल्प और सहानुभूति के तीनों तत्व शामिल हैं। सांसदों ने सबका साथ-सबका विकास का मंत्र आगे बढ़ाने का संकेत भी दिया। PM Modi ने कहा कि 21वीं सदी में हमारी बुनियादी आवश्यकताएं बदल रही हैं। वह विशेष रूप से डेटा की महत्वता पर ध्यान दिए और एक बिल पारित कर रहे हैं, जिससे भावी पीढ़ी को सुरक्षित किया जा सकेगा। वह राम मंदिर पर प्रस्ताव को महत्वपूर्ण मानते हैं और कहते हैं कि वे देश की भावी पीढ़ी के लिए सदैव अच्छा काम करते रहेंगे।
PM Modi ने सभी को सामूहिक संकल्प और शक्ति के साथ उत्तम काम करने की बात कही और भारत के भविष्य के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करने की प्रतिज्ञा की। संसद में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें इस प्रकार हैं: जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हर राज्य ने भारत के प्रभाव और अपने प्रदेश की विशेषता को प्रस्तुत किया, जिससे पी-20 के माध्यम से भारत की लोकतंत्र को पूरी दुनिया के सामने लाया गया। अनेकों पीढ़ियों ने संविधान के लिए सपना देखा, पर हर बार कोई न कोई तकलीफें आती रहीं।
लेकिन इस संसद ने अनुच्छेद 370 को हटा कर संविधान को पूर्णत: प्रभावी बनाया। जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय से वंचित होना पर्याप्त था। आज, हम संतुष्ट हैं कि हमने उन्हें समाज में न्याय दिया है। पहले आतंकवाद हमारे देश को खोखला करता था। लेकिन आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हम आतंकवाद के खिलाफ अड़े हैं। हम अंग्रेजों की दंड संहिता के अधीन रहे, पर अब हमारी अगली पीढ़ी न्याय के साथ जिएगी।